चंडीगढ़, 28 जनवरी : हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल ने किसानों का आह्वान किया कि वह अपनी आय को बढ़ाने के लिए परम्परागत खेती को छोडकऱ बागवानी अपनाएं और पैक हाऊस, नेट हाऊस बनाकर उच्च किस्म की खेती को बढ़ावा दें।
श्री दलाल आज करनाल के घरौंडा स्थित इंडो-इजराईल सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र में आयोजित तीन दिवसीय सब्जी मेला के समापन अवसर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर भारत में इजराईल के राजदूत डा. रोम मलका भी उपस्थित थे।
जे.पी. दलाल ने कहा कि वर्ष 2011 में घरौंडा सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र की शुरूआत हुई थी। हरियाणा में फल, सब्जी के 6 उत्कृष्टता केन्द्र बनाए गए हैं। इजराईल की तकनीक से हरियाणा के किसान आधुनिक तरीके से खेती कर रहे हैं जिससे उनकी आय बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सदा से ही हरा-भरा प्रदेश रहा है। प्रदेश का क्षेत्रफल छोटा होने के बावजूद भी देश के अन्न, फल, सब्जी में हरियाणा का योगदान अधिक है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने पिहोवा में पहला पैक हाऊस खोला है जिसकी लागत 6 करोड़ रुपये है और आज घरौंडा में भी इंटीग्रेटिड पैक हाऊस की स्थापना की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 200 एस्प्रो सेंटर खोले गए हैं, जिनसे करीब 5 हजार किसान जुड़ चुके हैं और इसके माध्यम से किसानों को कृषि यंत्र खरीदने के लिए 500 करोड़ रुपये की सब्सिडी किसानों को दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि विदेशो में हरियाणा के किसानों की फल व सब्जियां बिकें और पूरी दुनिया में हरियाणा के किसानों की फसलों की मांग बढ़े, हरियाणा सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को चाहिए कि वह पानी की बचत करें और सूक्ष्म सिंचाई को अपनाएं। ड्रिप सिंचाई से पानी की बचत होती है, इसके लिए किसानों को 85 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अधिक आय के लिए किसानों को बागवानी, पशुपालन व मछलीपालन को बढ़ावा देना चाहिए।
कृषि मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रदेश के किसानों को लगभग 2200 करोड़ रुपये का मुआवजा हरियाणा सरकार ने दिया है। उन्होंने कहा कि जो किसान, किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लेन-देन सही रखेंगे तो हरियाणा सरकार उसका ब्याज देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए आने वाले समय में सरकार पशुपालन क्रेडिट कार्ड लेकर आने वाली है।
उन्होंने कहा कि जो किसान पैक हाऊस, पॉली हाऊस, खुंबी हाऊस खोलना चाहते हैं, उसके लिए भी हरियाणा सरकार ने बिजली की दर सब्सिडी के माध्यम से 8.50 रुपये प्रति यूनिट से 2.50 रुपये प्रति यूनिट कर दी है। इसी प्रकार कोल्ड स्टोर की बिजली यूनिट 4.50 रुपये की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों के सहयोग से आने वाले समय में इजराईल, हिदुस्तान कृषि के क्षेत्र में दुनिया की महाशक्ति बनने जा रही है।
इस अवसर पर, भारत में इजराईल के राजदूत डॉ. रोन मलका ने कहा कि इंडो-इजराईल कृषि परियोजना पूरी दुनिया में कृषि क्रांति लेकर आ रही है। यह परियोजना इजराईल के लिए ही नहीं बल्कि भारत को वैश्विक की ओर बढऩे का ईशारा कर रही है। दोनों देशों के आपसी सहयोग से भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का सपना भी साकार होगा।
उन्होंने कहा कि करनाल स्थित सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र इंडो-इजराईल के सहयोग से बना देश का सबसे पहला केन्द्र है। एक दशक में इस संस्थान में लाखों किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि इंडो-इजराईल कृषि परियोजना जैसे सेंटरों से अच्छा दुनिया का कोई सेंटर नहीं है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य है कि आने वाले समय में सैटेलाईट ड्रोन की सहायता से खेती की जाए। इसके अतिरिक्त इंडो-इजराईल के सहयोग से करीब 27 केन्द्र फल और सब्जियों के चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों के माध्यम से वर्ष 2018 में करीब 10 लाख किसानों को कृषि का प्रशिक्षण दिया गया जोकि एक गर्व का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि कृषि क्रांति लाने के लिए जहां भी सेंटर स्थापित किए गए हैं, वहां के नजदीक के गांव को इससे जोड़ा जाए। इससे इंडो-इजराईल के समझौतों को बढ़ावा मिलेगा। यह कोशिश भारत-इजराईल और हरियाणा के सहयोग से हो सकती है।
कृषि कल्याण विभाग के अतिरिक्त प्रधान सचिव श्री संजीव कौशल ने किसानों से आह्वान किया कि वे बिना खाद व दवाई की खेती करें, किसानों की आय दोगुनी हो इसके लिए उनका एक ही लक्ष्य है कि दुनिया की कोई भी तकनीक उन्हें लानी पड़े जो किसानों की आय में बढ़ोतरी करे, वह उसको लाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि कनाडा की कृषि टीम भी हरियाणा की तकनीक को प्रयोग में लाने के लिए आगे बढ़ रही है। हरियाणा का नाम पूरी दुनिया में गूंजे इसके लिए किसानों के सहयोग की जरूरत है।
इस मौके पर मुख्यातिथि द्वारा विभिन्न किस्म की सब्जियों में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त करने वाले किसानों को सम्मानित किया गया। मुख्यातिथि द्वारा पोली हाऊस, नेट हाऊस में लगी टमाटर, शिमला मिर्च व पौध का निरीक्षण किया और कृषि वैज्ञानिकों से विशेष जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर इजराईल से मैडम माया कंडोश, सलाहकार मिस्टर डन आल्यूफ, कृषि वैज्ञानिक सलारू बीके दुबे, नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर राजीव महाजन, उप-निदेशक बागवानी, घरौंडा सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र से डा. दीपक धतरवाल, डा. बिल्लू कादियान, डा. मनोज, डा. सुधीर यादव सहित बागवानी व कृषि अधिकारी उपस्थित थे।