कभी ना भुला देने वाली यादें छोड़ गया राज्य स्तरीय बाल महोत्सव….

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-समापन समारोह में 70 हजार से अधिक बच्चे हुए शामिल

– ऐतिहासिक रहा कई मायने में बाल महोत्सव

– 5 दिनों में पहुंचे 2 लाख से अधिक बच्चे और अभिभावक

-पांच दिवसीय महोत्सव में बच्चों के लिए सब कुछ रहा निःशुल्क

पूजा सिंह/ जिला लोकसंपर्क विभाग ,गुरुग्राम

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गुरुग्राम । हर ओर बच्चों का शोर, ढोल, बीन और नगाड़े की धुन पर थिरकते बच्चे, झूलों पर झूला झूलते बच्चे, ऊंट और घोड़े की सवारी, रंग बिरंगी पोशाकों और वेशभूषा में पूरे देश की संस्कृतियों को समेटे बच्चे, चेहरों पर मास्क ओढ़कर इतराते बच्चे, किंगडम ऑफ ड्रीम्स को निहारते और सेल्फी और फोटो के माध्यम से अपनी अविस्मरणीय यादों को संजोते बच्चे, हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय बाल महोत्सव 2019 के रंगारंग समापन के साथ राज्य स्तरीय बाल महोत्सव को ऐतिहासिक बना गए।

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पिछले 4 दिन से चल रही राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के प्रतिभागियों को पुरस्कृत करने के साथ राज्य स्तरीय बाल महोत्सव का सोमवार को समापन हो गया। कहना न होगा कि राज्य स्तरीय बाल महोत्सव की दीवानगी का आलम लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा था और अंतिम दिन 70 हजार से अधिक बच्चों और अभिभावकों ने राज्य स्तरीय बाल महोत्सव के समापन समारोह में शिरकत कर इस आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। समापन कार्यक्रम के साथ ही महोत्सव डेढ़ लाख से अधिक बच्चों और लोगों के साथ अपनी मीठी और कभी ना भुला देने वाली अविस्मरनीय यादें छोड़ गया।

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राज्य स्तरीय बाल महोत्सव में बच्चों ने पांचों दिन जमकर मस्ती की। किंगडम ऑफ ड्रीम्स में आयोजित राज्यस्तरीय महोत्सव में बच्चों ने अपनी जिंदगी के यादगार पल फोटो और सेल्फीयों के माध्यम से संजो लिए ,जो उन्हें ऐतिहासिक बाल महोत्सव की याद दिलाते रहेंगे। इसकी सफलता की बानगी सोशल मीडिया पर राज्य स्तरीय बाल महोत्सव और किंगडम ऑफ ड्रीम्स का लगातार ट्रेंड होना रहा। हर किसी की जुबान पर परिषद द्वारा करवाए गए महोत्सव की सफलता का जिक्र था।

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महोत्सव में बच्चों द्वारा बनाई गई चित्रकारी, क्ले मॉडलिंग, रंगोली और विभिन्न तरह की कलाकृतियों को लोगों ने खूब सराहा। बच्चों की चित्रकारी और रंगोलियों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महोत्सव में पहुंचे कई विशिष्ट मेहमान इन कलाकृतियों और चित्र कारियों की सजीवता देख अचंभित थे। गुरुग्राम में पहली बार आयोजित बाल महोत्सव में बच्चों और लोगों के मनोरंजन के लिए 3 स्टेज लगाई गई थी जिन पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सभी का भरपूर मनोरंजन किया गया।

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यहां आयोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से सभी लोगों का दिल जीत लिया। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद का यह प्रयास रंग लाया और बच्चों की प्रतिभा को उभारने में सार्थक सिद्ध हुआ।

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परिषद ने बच्चों के लिए हर वह इंतजाम किए थे जो बच्चों के चेहरों पर मुस्कान ला सकते थे। निशुल्क झूलों की व्यवस्था की गई थी। तरह-तरह के छोटे-छोटे उपहार दिए गए जिन्हें पाकर बच्चे बेहद उत्साहित थे। घोड़े और ऊंट की सवारी भी पूरी तरह निशुल्क उपलब्ध थी जिसका बच्चों ने भरपूर आनंद उठाया। देश का नाम रोशन करने वाले कई खिलाड़ियों ने शिरकत कर बच्चों को खेलों के प्रति भी उत्साहित किया। वही प्रदेश के कई नामी-गिरामी गायकों ने अपने गानों के माध्यम से हरियाणवी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देने का संदेश दिया।

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महोत्सव में जहां एक और बच्चों के लिए किंगडम ऑफ ड्रीम्स जैसी जगह किसी पिकनिक स्पॉट जैसी थी वही किंगडम ऑफ ड्रीम्स का विश्व स्तरीय मंच आकर्षण का केंद्र था। उसी मंच पर बच्चों ने अपने प्रस्तुतियों के माध्यम से सपनों की उड़ान भरी और सही मायने में यही बच्चे कल न केवल प्रदेश और देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभाओं के माध्यम से देश का नाम रोशन करेंगे। किंगडम ऑफ ड्रीम्स का द्वार प्रदेश के हर उस बच्चे के लिए खुला जो सपने तो देखता है लेकिन संसाधनों के अभाव में उसके सपने अधूरे रह जाते हैं और इसी कमी को राज्य स्तरीय बाल महोत्सव के रूप में पूरा किया गया।

परिषद द्वारा राज्य स्तरीय बाल महोत्सव के दौरान सब कुछ पूरी तरह निशुल्क मुहैया कराया गया। प्रदेश के सभी जिलों से बच्चों को लाने ले जाने की व्यवस्था, बच्चों के ठहरने की व्यवस्था, बच्चों के लिए भोजन की व्यवस्था, बच्चों के लिए दूध और उपहार पूरी तरह नि:शुल्क रहे। सही मायनों में राज्य स्तरीय बाल महोत्सव बच्चों के चेहरों पर खिलखिलाहट और मुस्कान लाने वाला रहा और बच्चों ने इसका जमकर आनंद उठाया। अविस्मरणीय यादों के साथ राज्य स्तरीय बाल महोत्सव अगले वर्ष फिर से बच्चों के सपनों को इसी तरह उड़ान देगा।

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