दिल्ली के रामलीला मैदान में क्या बोले पीएम मोदी ?

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नई दिल्ली : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित आभार रैली’ को संबोधित करते हुए एनआरसी मामले में देश में हो रहे आन्दोलन के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने लोगों को भड़काने का आरोप लगाते हुए आम आदमी सहित समूचे विपक्ष पर हमला बोला .  उन्होंने कहा कि ये लोग स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है। जो बयान दिए गए, झूठे वीडियो, उकसाने वाली बातें कहीं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में डालकर भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है. आज जो ये लोग कागज-कागज, सर्टिफिकेट-सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि हमने गरीबों की भलाई के लिए इन योजनाओं के लाभार्थी चुनते समय कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं.

पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों ने दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के कई शहरों को अराजकता और डर के माहौल में धकेलने की नापाक कोशिश की है, साजिश की है. स्कूल बसों पर हमले हुए, ट्रेनों पर हमले हुए, मोटर साइकिलों, गाड़ियों, साइकिलों, छोटी-छोटी दुकानों को जलाया गया है, भारत के ईमानदार टैक्सपेयर के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को खाक कर दिया गया है। इसके बाद इनके इरादे कैसे हैं, ये देश अब जान चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि एनआरसी के नाम पर चल रहे विरोध मार्च में पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी करते समय हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है. जिन पुलिसवालों पर ये लोग पत्थर बरसा रहें हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा? आज़ादी के बाद 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने, शांति के लिए, आपकी सुरक्षा के लिए शहादत दी है.

उन्होंने साफ़ किया कि नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी नागरिक के लिए नहीं है. चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान. ये संसद में बोला गया है. इस कानून का देश के अंदर रह रहे 130 करोड़ लोगों से कोई वास्ता नहीं है.

अपने संबोधन में दिल्ली की चर्चा करते हुए कहा कि मेरी सरकार आने के बाद दिल्ली में राज्य सरकार का रवैया कैसा है, ये बताने की जरूरत नहीं है। उसके बावजूद भी अब दिल्ली मेट्रो के विस्तार का काम औसतन 25 किमी प्रति वर्ष के हिसाब से हो रहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में हमने दिल्ली मेट्रो का अभूतपूर्व विस्तार किया है। 2014 के पहले दिल्ली मेट्रो के नेटवर्क में औसतन 14 किमी प्रति वर्ष का विस्तार हो रहा था और तब दिल्ली में उनकी सरकार थी और केंद्र में भी उनकी सरकार थी. उन्होंने कहा कि इतने कम समय में Technology की मदद से दिल्ली की 1700 से ज्यादा कॉलोनियों की बाउंड्री को चिह्नित करने का काम पूरा किया जा चुका है। इतना ही नहीं 1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे भी पोर्टल पर डाले जा चुके हैं.

पीएम ने कहा कि मुझे संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का एक उत्तम अवसर मुझे और भाजपा को मिला। पीएम उदय योजना के माध्यम से आपको अपने घर, अपनी जमीन और अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी पर सम्पूर्ण अधिकार मिला .

उनका कहना था कि दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ एश्योरेंस स्कीम आज भारत में चल रही है। इस योजना ने देश के 50 करोड़ से ज्यादा गरीबों को, 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज की सुविधा मिली है। राजनीतिक स्वार्थ के कारण, यहां की सरकार ने आयुष्मान भारत योजना दिल्ली में लागू नहीं की. इस योजना में तो किसी से नहीं पूछा जा रहा कि पहले आप अपना धर्म बताइए, फिर आपका इलाज शुरू किया जाएगा। फिर ऐसे झूठे आरोप क्यों?, इस तरह के आरोपों के बहाने, भारत को दुनिया भर में बदनाम करने की साजिश क्यों?

प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारों में तो ये होता था कि सरकार की योजना शुरू होने पर लाभार्थियों को तमाम तरह की तिकड़में लगानी पड़ती थीं, यहां-वहां चक्कर काटने पड़ते थे ताकि सरकारी लिस्ट में नाम जुड़ जाये। हमने ये सब बंद करा दिया.

मोदी ने विपक्ष की तीव्र आलोचना की. उन्होंने कहा कि एनआरसी पर भी झूठ फैलाया जा रहा है। ये कानून हमने बनाया ही नहीं, संसद में आया नहीं, न कैबिनेट में आया, फिर भी हौवा खड़ा किया जा रहा है। पहले ये तो देख लीजिए कि एनआरसी पर कुछ हुआ है या नहीं, झूठ फैलाए जा रहे हो. उन्होंने याद दिलाया कि कुछ साल पहले तक यही ममता दीदी संसद में खड़े होकर गुहार लगा रहीं थीं कि बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों को रोका जाए, वहां से आए पीड़ित शरणार्थियों की मदद की जाए। संसद में स्पीकर के सामने कागज फेंकती थी.

उन्होंने एन आर सी  मामले में वामपंथी पार्टियों पर भी हमला बोला. उन्होंने यह कहते हुए कटाक्ष किया कि आज जिस वामपंथ को भारत की जनता नकार चुकी है, जो अब समाप्ति पर है, उसी के दिग्गज नेता प्रकाश करात ने भी धार्मिक उत्पीड़न की वजह से बांग्लादेश से आने वालों को मदद की बात कही थी.

उनके अनुसार महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिन्‍दू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है। ये रियायत तब की भारत सरकार के वादे के मुताबिक है, जो बंटवारे के कारण अल्पसंख्यक बने भारतीयों के साथ किया गया था.

उन्होंने दावा किया कि पिछले 5 साल में मुस्लिम देशों में जितनी संख्या में भारतीय कैदियों को छोड़ा है वो अप्रत्याशित है। साउदी अरब, कुवैत, कतर, बेहरीन इन देशों ने भारत के जितने कैदियों को छोड़ा है, उतने पहले कभी नहीं छोड़े गए.

पीएम ने कहा कि हमने एक तरफ वीआईपी लोगों से दिल्ली के 2000 से ज्यादा बंगले खाली कराए हैं और 40 लाख से ज्यादा गरीबों और मध्यम वर्ग को उनके घर का हक भी दे दिया है। उनके वीआईपी उनको मुबारक, मेरे वीआईपी तो आप लोग हैं, देश का सामान्य मानवी है.

 

 

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