रूडसैट संस्थान का जूट मेकिंग प्रशिक्षण कोर्स लोगों की पहली पसंद बना

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गुरूग्राम । जरूरतमंद लोगों के भविष्य निर्माण व उन्हे रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध गुडग़ांव के रूडसैट संस्थान में हाल में चलाया गया जूट मेकिंग कोर्स प्रशिक्षण के लिए लोगों की पहली पसंद बन गया है। उद्योग जगत में कार्यरत लोगों ने रूडसैट संस्थान से इस कोर्स के दूसरे बैच को जल्द से जल्द शुरू करने की अपील की है।

यह जानकारी आज रूडसैट संस्थान की 118वीं जिला स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक में दी गई। आज आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त अमित खत्री ने की। बैठक में एजेंडानुसार विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

बैठक में बेरोजगार युवाओं में कौशल विकास को लेकर संस्थान द्वारा करवाई गई गतिविधियों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में रूडसैट संस्थान के डायरेक्टर संजय ढींगड़ा ने उपायुक्त को बताया कि रूडसैट संस्थान द्वारा इस बार जूट के बैग बनाने का एक कोर्स डिजाइन किया गया था जिसके पहले बैच को ट्रैनिंग दी जा चुकी है। इस बैच द्वारा तैयार किए गए जूट के थैलें लोगों को इतने पसंद आए की उद्योगों से जुड़े लोग उनसे मिलने संस्थान पहुंचे और अपने यहां कार्यरत लोगों को जूट बैग मेकिंग की ट्रैनिंग का बैच पुनः शुरू करने का आग्रह किया। उपायुक्त ने रूडसैट संस्थान की टीम को इसके लिए अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि रूडसैट संस्थान समय की मांग के अनुरूप युवाओं के लिए कोर्सिज डिजाइन करें और उन्हें बेरोजगारों को इन कोर्सिंज की ट्रैंनिंग दें। उन्होंने कहा कि वे मार्किट की डिमांड के अनुसार कोर्सिज करवाने पर युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे।

बैठक में बताया गया कि अब तक जिला के रूडसैट संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 74 प्रशिक्षार्णियों को 2 करोड़ 6 लाख रूप्ये के बैंक के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध करवाया गया है ताकि वे स्वःरोजगार के लिए प्रेरित हो सके।

बैठक में रूडसैट संस्थान के निदेशक ओ पी गुप्ता ने बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान रूडसैट संस्थान द्वारा 25 ट्रेनिंग कार्यक्रम करवाए जाने का लक्ष्य है जिसमें से अब तक 17 ट्रेनिंग कार्यक्रम संस्थान द्वारा आयोजित करवाए जा चुके है। इसके अलावा, अब तक संस्थान द्वारा 437 लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जा चुका हैं जिसमें से 300 प्रशिक्षणार्थियों को रोजगार प्राप्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि संस्थान द्वारा 61 कौशल विकास के कोर्सिज को सूचीबद्ध किया गया है जिन्हें अलग-अलग बैच में करवाया जाता है।

उन्होंने कहा कि रूडसैट संस्थान द्वारा लोगों को शार्ट टर्म कोर्सिज़ निःशुल्क करवाए जाते है ताकि वे भविष्य में अपने रोज़गार के साधन जुटा सके। उन्होंने कहा कि रूडसैट संस्थान आज लोगों के बीच अपनी अलग छाप छोड़ चुका है। रूडसैट संस्थान से कोर्स करके लोग आज अपना व अपने परिवार का भली प्रकार से पोषण कर रहे है।
गौरतलब है कि रूडसैट संस्थान की स्थापना सन् 1984 में की गई थी। संस्थान द्वारा शॉर्ट टर्म कोर्सिज जैसे कम्प्यूटर बेसिक कोर्स, कम्प्यूटर टेली, ड्रैस डिजाइनिंग, इनवर्ट एंड यूपीएस मैनूफैक्चरिंग एंड सर्विसिंग, मल्टी फोन सर्विसिंग, टू व्हीलर सर्विसिंग, रैफ्रीजिरेटर, ए सी, एलसीडी, एलईडी रिपेयरिंग व ब्यूटी पार्लर मैनेजमेंट सहित विभिन्न प्रकार के कोर्सिज करवाए जाते है।
इस अवसर पर नेशनल डायरेक्टर एनएसीईआर बैंगलोर श्री पी संतोष, केनरा बैंक से रिजनल मैनेजर संदीप चैधरी, आरएम सर्व हरियाणा ग्रामीण बैंक एस एन शर्मा , चीफ मैनेजर सिंडीकेट बैंक श्री वी वी अशोक , बैंक आॅफ बड़ौदा से क्रेडिट आॅफिसर रायना मराठे, रूडसैट संस्थान से डायरेक्टर संजय ढींगड़ा, मंडल रोजगार अधिकारी सुमन गहलोत, रूडसैट संस्थान से राजेश व रंजीत सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

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