गुरूग्राम : अंबाला से चलकर अयोध्या जाने वाली महर्षि वाल्मीकि रामायण यात्रा आज गुरूग्राम पहुंची । जिसका राजेन्द्रा पार्क में भव्य स्वागत किया गया। दो माह के लिए यह प्रस्तावित याञा अयोध्या में समाप्त होगी।
उल्लेखनीय है कि महर्षि वाल्मीकि रामायण यात्रा गत तीन दिन पूर्व अम्बाला से शुरू हुई है जो कई पड़ाव पार करके अयोध्या में समाप्त होगी । याञा का उद्देश्य महर्षि वाल्मीकि और शबरी के साथ ही वर्ण व्यवस्था को लेकर समाज में व्याप्त भ्रान्तियो को दूर करना है तथा सही दृष्टिकोण समाज को प्रस्तुत करना है। यात्रा के संयोजक संजीव घारू व साथ में पत्रकार तरुण झा के साथ ही चार अन्य वाहनों में विभिन्न प्रकार की सामग्री भी जनता को वितरण की जा रही है ।
राजेन्द्रा पार्क स्थित “गुरूग्राम मेरा मैं गुरुग्राम का” के कार्यालय पर संस्था के संयोजक अजय सिंहल समेत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया। यात्रा के संयोजक व महर्षि वाल्मीकि अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष संजीव घारू ने बताया कि यात्रा की प्रमुख मांग है कि महर्षि वाल्मीकि के नाम से राष्ट्रीय संग्रहालय का निर्माण हो, कैथल संस्कृत विश्वविद्यालय में महर्षि वाल्मीकि पीठ की स्थापना की जाए, राम मंदिर अयोध्या में महर्षि वाल्मीकि जी की मूर्ति की स्थापना हो, प्रयागराज में महर्षि वाल्मीकि जी की मूर्ति की स्थापना की जाए।
इस अवसर पर यात्रा के साथ आए कार्यकर्ताओं ने हरियाणा कला परिषद के पूर्व निदेशक श्री अजय सिंघल जी का अंगवस्ञ पहनाकर व साहित्य भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए गुरूग्राम सांस्कृतिक गौरव समिति के अध्यक्ष श्री अजय सिंहल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि हमारे आराध्य हैं। महर्षि वाल्मीकि का स्थान संपूर्ण देश व हिंदुत्व के लिए उच्च है। उनको एक जाति विशेष में समेटा जाना समाज के लिए ठीक संकेत नहीं है।
स्वागत करने वाले मुख्य लोगों में पंजाब संस्कृति मंच के अध्यक्ष श्री मोहनीश लारोइया, अखिल भारतीय हिंदू क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव राजीव मित्तल, हरियाणवी फिल्म अभिनेता राज चौहान, गुरुग्राम विकास प्राधिकरण के सलाहकार प्रियव्रत भारद्वाज, पूर्वांचल प्रकोष्ठ के संयोजक धर्मेंद्र मिश्रा, पत्रकार सुधांशु मिश्र, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सामाजिक सद्भाव गतिविधि के संयोजक परविंदर, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता रेवत सिंह, ओंकार सिंह पाल व नृत्य साधिका सीमा शर्मा, गौ सेवक संदीप तूराण उपस्थित रहे।