नई दिली : केन्द्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज एक निजी न्यूज चैनल को दिए साक्षात्कार में महारष्ट्र मामले पर बेहद साफगोई भरा बयान देते हुए कहा कांग्रेस व शिवसेना पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री पद का लालच देकर समर्थन लेना खरीद फ़रोख़्त नहीं है क्या? श्री शाह ने कहा कि मैं शरद जी और सोनिया जी को कहता हूँ कि एक बार बोलकर देखे की मुख्यमंत्री उनका होगा और फिर शिवसेना का समर्थन लें। शाह ने बल देते हुए कहा कि मैं आज स्पष्ट करना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री पद का कोई आश्वासन शिवसेना को कभी नहीं दिया गया था
गृह मंत्री ने तर्क दिया कि लगभग 100 सीटों वाला गठबंधन 56 सीट वाली पार्टी को मुख्यमंत्री पद दे रहा है ये खरीद फ़रोख़्त ही है।
उनका कहना है कि शिवसेना के सभी विधायक हमारे साथ लड़कर ही चुनाव जीतें हैं। महाराष्ट्र के जनादेश का अपमान करने का काम शिवसेना ने किया है भाजपा ने नहीं।
उन्होंने कहा कि विधायकों के कैम्प लगाने वालों, चुनाव से पहले का गठबंधन तोड़ने वालों को दोष ना देकर आज भाजपा का दोष बताया जा रहा है। अपनी विचारधारा छोड़कर, सभी मूल्यों को त्यागकर ये 3 पार्टियां सरकार बनाने जा रही हैं। सबसे पहले Public mandate तोड़ने का काम शिवसेना ने किया। विचारधारा छोड़कर, जब ये तीनों पार्टियां हाथ मिला रही थीं, तो हर कोई इनकी तारीफ कर रहा था।
उन्होंने कहा कि जैसे ही अजीत पवार ने हमारा समर्थन किया, हमसे सवाल होने लगे?: शाह ने बल देते हुए कहा कि मैं आज स्पष्ट करना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री पद का कोई आश्वासन शिवसेना को कभी नहीं दिया गया था। हर सभा में आदित्य ठाकरे या उद्धव जी हमारे साथ स्टेज पर रहे। वहां भी हमने कहा कि देवेन्द्र फडणवीस जी मुख्यमंत्री बनेंगे तो, तब क्यों विरोध नहीं किया गया.
उन्होंने कहा कि उनका एक भी विधायक ऐसा नहीं है जिसने मोदी जी का पोस्टर ना लगाया हो। उनकी विधानसभाओं में भाजपा की विधानसभाओं से भी बड़े कटआउट्स मोदी जी के लगे थे। क्या ये सब देश और महाराष्ट्र की जनता नहीं जानती है?