कोर्ट से रोक : एम्स के पूर्व डायरेक्टर को गिरफ्तार किया

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मंगलवार से न तो पढ़ाई होगी और न ही इलाज

पटना : पटना पुलिस का फिर एक बार कारनामा सामने आया है। कोर्ट से रोक होने के बावजूद हरिजन थाने की पुलिस ने एम्स के पूर्व डायरेक्टर डा गिरिश कुमार सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया। हालाँकि बाद में गिरिश कुमार को छोड़ना पड़ा।

इस घटना के विरोध में पटना एम्स में मंगलवार से न तो पढ़ाई होगी और न ही इलाज क्योंकि तमाम चिकित्सक और कर्मचारी काम का  बहिष्कारकरेंगे . सभी ने काम ठप करने का ऐलान कर दिया है . एम्स के पूर्व निदेशक डॉ गिरीश की गिरफ्तारी के रोध करेगा पटना एम्स में हड़ताल रहने की संभावना प्रबल हो चली है. चिकित्सकों ने कहा है कि वे ओपीडी नहीं चलाएंगे केवल  पहले से भर्ती मरीजो का पूर्ववत इलाज होता रहेगा . 

आदत से लाचार पटना पुलिस

एम्स के पूर्व डायरेक्टर डा गिरिश कुमार बार-बार कहते रहे कि मुझे झूठे केस में फंसाया गया है। कोर्ट ने मेरे गिरफ्तारी पर रोक लगा रखा है लेकिन अपने आदत से लाचार पुलिस कोर्ट के किसी आदेश को मानने को तैयार नही थी और पूर्व डायरेक्टर के साथ उनके परिजनों के साथ भी अमानवीय व्यवहार करते हुये उन्हें एम्स के गेस्ट हाउस से दबंगता पूर्वक उठा लिया और पटना व्यवहार न्यायालय के स्पेशल कोर्ट में प्रस्तुत किया।

 

रिकॉर्ड निकालने के बाद कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि आरोपी बनाए गये पूर्व डायरेक्टर गिरिश कुमार की जमानत अर्जी एबीपी संख्या -7202/2016 में बीते 3 नवंबर को स्पेशल जज अखिलानंद दूबे ने सुनवाई करते हुये गिरफ्तारी पर अग्रिम रोक लगा रखी थी । पुलिस के इस गलत कार्रवाई को लेकर सेशन कोर्ट के अधिवक्ता इमरान गन्नी ने कहा की संबंधित पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज करायेंगे.

मालूम हो कि किसी बात के विवाद को लेकर एम्स के ही एक दलित डाक्टर ने हरिजन थाने में 21/16 दर्ज कराया था। जिसमें एम्स के पूर्व डाक्टर गिरिश कुमार सहित कई को अभियुक्त बनाया गया था।

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