सुबह से लग गए थे कतार में, फिर मायूसी हाथ लगी
यूनुस अलवी
मेवात : सोमवार को छूटटी होने के बावजूद भी लोग आज अल सुबह से ही बैंकों पर आने शुरू हो गये। पिनगवां की स्टेट बैक शाखा सहित अन्य बैंको पर 500 और हजार के नोटों को जमा कराने और 100-100 के नोट लेने के लिये लोगों का तांता लगा रहा। जब लोगों को पता चला कि सोमवार को सरकारी छुटटी है तो उनको निरास होकर ही लौटना पडा।
15 किलोमीटर दूर से बैंकों तक पहुंचे
गौरतलब है कि सोमवार को सिख धर्म के पहले गुरू नानक जी की जयंति थी। इसी वजह से आज के दिन सभी बैंकों में छुटटी कर दी गई थी। लोगों को इस बारे में पता नहीं था कि आज छूटटी है इसी वजह से लोग 10 से 15 किलोमीटर दूर से बैंकों तक पहुंचे। आखिरकार लोग बैंक तक तो पहुंचे लेकिन जैसे ही लोगों को छुटटी होने का पता चला तो वे मोदी और भाजपा सरकार को कोसते हुऐ अपने घरों को चलते बने।
घर में सामान नहीं
रीठट निवासी इद्रहीश का कहना है कि वह पिनगवां से 10 किलोमीटर दूर रीठट से चलकर आया है। यहां आकर उसे पता है कि आज कि बैक में छुटटी है। उन्होने कहा कि उसके घर में नमक, चीनी और सब्जी के लिये भी पैसे नहीं हैं अब वे करें तो क्या करें।
फसल बिना बिजाई के रह जाएगी
सूगरपुर फतेह मोहम्मद का कहना है कि वह अपने गांव के करीब 13 किलोमीटर दूर चलकर बैंक तक पहुचा है। खेतों कि बिजाई का समय चल रहा है। कोई भी दुकानदार उनको पुराने पैसों में खाद बीज नहीं दे रहें हैं। अब वे क्या करें आज छुटी करती उनकी फसल कि बिजाई में आये दिन पछेत हो रही है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो उनकी फसल ही बिना बिजाई के रह जाऐगी।
नंबर आते ही पैसे खत्म हो जाते हैं
पिनगवां निवासी जय पाल का कहना है कि उसके गांव में ही स्टेट बैंक है। वह पैसे जमा करने और नये पैसे लेने के लिये चार दिन से लाईन में लगता है। जब भी उसका नंबर आता है या तो बैक से पैसे खत्म हो जाते हैं या फिर बैंक का समय समाप्त हो जाता है। आज वह सुबेह 6 बजे ही बैंक पर पहुंच गया था। आज उसने सोचा था कि वह आज पैसे लेकर ही जाऐगा लेकिल उसको 9 बजे चता चला कि आज बैंक बंद है। जयपाल का कहना है कि घर में परिवार के कई लोग बिमार हैं, सबजी और जरूरी सामान खरीदने के लिये पैसे नहीं हैँ अब वह करे तो क्या करे।