उपराष्ट्रपति ने डाटा संरक्षण को लेकर एकजुटता के लिए देशों का आह्वान किया

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नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति  एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि वर्तमान युग में डाटा संरक्षण एवं शेयरिंग को लेकर अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता कायम करना सभी देशों के लिए अत्यावश्यक है। यह मानते हुए कि साइबर सुरक्षा और डाटा संरक्षण अत्याधिक महत्वपूर्ण हो गया है, उपराष्ट्रपति ने कहा कि पर्याप्तता और सौहार्दता के सिद्धांतों पर आधारित एक बहुपक्षीय डाटा-शेयरिंग कार्यक्रम विकसित करने की तत्काल आवश्यकता है।

 राज्यसभा सदस्य डॉ. नागेन्द्र जाधव द्वारा लिखित ‘न्यू-एज टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्रियल रिवोल्युशन 4.0’ नामक पुस्तक का आज नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में विमोचन करते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा कि विश्वभर में प्रौद्योगिकीय विकास के लाभ को और अधिक समावेशी बनाने के क्रम में, देशों के बीच डिजिटल डिवाइड को समाप्त करना अत्यावश्यक है।

श्री नायडू ने जोर देकर कहा कि आधारभूत सुविधा, ऊर्जा, जल, कचरा प्रबंधन, परिवहन, भू-संपदा एवं शहरी आयोजना जैसे विभिन्न क्षेत्रों की चुनौतियों के समाधान के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों का इस्तेमाल करना जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि वैश्विक तपन एवं जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों को रोकने में नई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

उपराष्ट्रपति ने तथ्यहीन, असत्यापित गलत विवरण और फर्जी समाचारों को रोके जाने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने नए युग की प्रौद्योगिकी लागू होने के कारण रोजगार में कमी होने को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए, व्यवसायिकों को नया कौशल प्रदान करने की जरूरत पर बल दिया।

इस अवसर पर कोणार्क पब्लिशर्स के अध्यक्ष श्री के.पी.आर. नायर, श्रीमती वसुंधरा जाधव और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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