सोये मिले अधिकतर गार्ड
नदारद थे कई गार्ड, हो सकती है कारवाई
दरभंगा : अवकाश अवधि में मंगलवार की देर रात संस्कृत विवि की कुलपति डा0 नीलिमा सिन्हा द्वारा औचक निरीक्षण में मुख्यालय कैम्पस में तैनात किये गए अधिकतर सुरक्षा गार्ड सोये पाये गए और शेष ड्यूटी से ही नदारद थे। वीसी ने इसे काफी गम्भीरता से लिया है और गुरुवार को इस मुत्तलिक मुख्यालय में पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गयी है। सम्भावना इस बात की प्रबल है कि फिर कुछ कर्मचारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है.
महत्वपूर्ण ग्रंथों के सरंक्षण की जिम्मेदारी
बताया जाता है कि संस्कृत विवि की कुलपति को इस बात की सूचना कई दिनों से मिल रही थी कि विश्वविद्यालय की सुरक्षा में तैनात गार्ड रात्रि ड्यूटी में लापरवाही बरतते हैं. कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि बिहार का एक मात्र संस्कृत विवि है. यहाँ धार्मिक ग्रन्थ, दर्शन शास्त्र, रामायण गीतगोविन्द , व्याकरण, तन्त्रम व सप्तशती जैसे कई महान ग्रंथों की पांच हजार से अधिक हस्तलिपियां संकलित की गयी हैं. खास कर बिहार के संस्कृत के क्षेत्र के कालेज इसी विवि से सम्बद्ध हैं. यहाँ हस्तलिपियों के साथ साथ अतिमहत्वपूर्ण कागजात व फाइलें भी हैं. यह विवि का मुख्यालय भी है. थोड़ी सी भी लापरवाही विवि प्रशासन के लिए परेशानी का कारन बन सकती है.
कुलपति के तेवर सख्त
इस दृष्टिकोण से गार्डों की लापरवाही की सूचना को कुलपति ने बेहद गंभीरता से लिया और मौके का मुआयना स्वयं ही करने का निर्णय लिया. उन्होंने मंगलवार की देर रात्रि में विवि भवन का औचक निरिक्षण किया. इस दौरान वे यह देख कर दंग रह गयी कि यहाँ तैनात अधिकतर सुरक्षा गार्ड सोये मिले और कई तो ड्यूटी से ही नदारद थे। खबर है कि इस स्थिति को कुलपति डा0 नीलिमा सिन्हा ने गंभीरता से लिया है.
इस घटना की पुष्टि पीआरओ निशिकांत प्र0 सिंह ने की है. उन्होंने बताया कि संस्कृत विवि दरभंगा का भवन एक राष्ट्रीय धरोहर है और वीसी डा0 सिन्हा इसकी सुरक्षा व रखरखाव को लेकर बेहद संवेदनशील है. इसकी सुरक्षा व संरक्षा पर उनका अधिकतम फोकस है. इसीलिए वे स्वयं छुट्टी की रात भी स्थिति का जायजा लेने कैम्पस पहुँच गयीं थीं. उन्होंने जानकारी दी कि गुरुवार को इस मुत्तलिक मुख्यालय में पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गयी है जिसमें विवि भवन व परिसर की सुरक्षा को दुरुस्त करने को लेकर खुछ अहम् निर्णय लिया जा सकता है.
कुछ सप्ताह पूर्व ही अध्यक्ष ,छात्र कल्याण को किया था निलंबित
उल्लेखनीय है कि कुछ सप्ताह पूर्व ही कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के अध्यक्ष छात्र कल्याण व स्नातकोत्तर धर्मशास्त्र विभाग के असोसिएट प्रोफेसर डा0 दिलीप कुमार झा को निलम्बित कर दिया गया है। डा0 झा पर अनुशासनहीनता बरतने, वीसी के साथ दुर्व्यवहार, विवि के कार्य कलापों में बाधा डालने, विवि में उपद्रवी तत्वों को बढ़ावा देने तथा अराजक स्थिति उत्पन्न करने जैसी कई आरोप थे. तब कुलपति के इस कदम की भी शिक्षा जगत में सराहना की गयी थी. और अब सुरक्षा को लेकर उनकी सक्रियता से एक बार फिर हडकम्प मचा हुआ है. विवि के स्टाफ व अधिकारियों को अब लगने लगा है कि किसी तरह की लापरवाही उनके लिए नुकसानदायक हो सकती है. चर्चा जोरों पर है कि बहुत समय बाद इस संस्कृत विवि को एक सजग कुलपति मिली हैं.