सिमडेगा। लोकसभा चुनाव 2019 के चुनाव प्रचार के दौरान एक तरफ नेताओं के बीच में तल्ख बयान बाजी, असभ्य शब्दों के प्रयोग, एक दूसरे पर तथ्य हींन आरोप लगाने की प्रतिस्पर्धा तो देखने को मिली रही है साथ ही अब बड़े नेताओं की रैलियों में उनके विरोध में नारे भी लगाए जाने लगे हैं । कभी प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार का विरोध करते हुए दूसरे पक्ष अपना रोड शो निकालते हैं और उनके नारे के विरोध में अपने प्रत्याशियों के समर्थन में नारे लगाते हैं तो कभी पार्टी के बड़े नेताओं की सभाओं में काले झंडे दिखाकर या फिर उनके प्रतिद्वंदी बड़े नेताओं के समर्थन में नारे लगाकर यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका इस इलाके में विरोध है। ऐसी ही एक घटना झारखंड में कांग्रेस अध्य्क्ष राहुल गांधी की सभा में देखने को मिली।
लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव प्रचार जाेरों पर है, दिग्गज नेता ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां कर मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में जुटे हैं। इन रैलियों में कभी कुछ ऐसा भी हो जाता है जिससे नेता असहज हो जाते हैं। यह नजारा झारखंड के सिमडेगा में गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की एक चुनावी जनसभा में देखने को मिला।
यहां चुनावी सभा में जब मंच से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लग रहे थे उसी समय अग्रिम पंक्ति में बैठी कुछ स्थानीय आदिवासी महिलाएं ‘मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगीं।कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने झारखंड के खूंटी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कालीचरण मुंडा के पक्ष में आयोजित चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर तीखे हमले किए।
राहुल गांधी का भाषण समाप्त होते ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मंच से ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगवाने शुरू कर दिए तो मंच के सामने पत्रकार दीर्घा के ठीक पीछे बैठीं आधा दर्जन आदिवासी महिलाएं ‘मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगीं। महिलाओं के ‘मोदी जिंदाबाद’ के नारे लगाता देख आयोजक थोड़ी देर के लिए सन्न रह गए और उन्हें समझ नहीं आया कि वो क्या करें।