टिकट नहीं मिलने से कांग्रेस में विद्रोह, बागी हुए कर्नाटक में कांग्रेस सांसद

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नई दिल्ली। कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के बीच गठबंधन का असर अब टिकट वितरण में भी देखने को मिल रहा है। जेडीएस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौडा के सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर तुमकुर से लोकसभा चुनाव लड़ने से कांग्रेस में बगावती सुर देखने को मिल रहे हैं।

तुमकुर से कांग्रेस के मौजूदा सांसद पी मुदाहनुमेगौडा ने तुमकुर के अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और निर्वाचित प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से मुझसे अनुरोध किया कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए। सोमवार को मैं कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करुंगा। मुझे भरोसा है कि कांग्रेस और गठबंधन के नेता निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को समझते हैं और अपने फैसले पर पुन: विचार करेंगे।’

गठबंधन धर्म निभाने के बारे में एक सवाल के जवाब में मुदाहनुमेगौडा भावुक हो गए और उन्होंने कहा, ‘यह गठबंधन धर्म है। मैं संसद का सदस्य हूं। मुझे चुनाव लड़ने क्यों नहीं दिया जाना चाहिए? आपने क्यों मुझे टिकट देने से इनकार कर दिया? यह सही नहीं है। गठबंधन धर्म का मतलब यह भी होता है कि सक्षम और सक्रिय सांसद को दोबारा खड़ा किया जाए।’

टिकट बटवारे को लेकर कर्नाटक कांग्रेस में लगातार अंसतोष के भाव उठ रहे हैं। इससे नाराज मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें पीठ में छुरा भोंकने वाले नहीं चाहिए। दरअसल उनका ये हमला कांग्रेस के उन बागी नेताओं के खिलाफ था जिन्होंने कांग्रेस के दिवंगत नेता एम. एच. अम्बरीश की पत्नी सुमलता का निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन कराया था।

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