सुभाष चौधरी
नई दिल्ली। विरोधी राजनीतिक दल के जुमले को भी अपनी जीत के फार्मूले में तब्दील करने का गुर अगर किसी से सीखे तो वह है भारतीय जनता पार्टी। जी हां , भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की कुछ वीडियो के साथ” मैं भी चौकीदार ” टैग लाइन के साथ एक संदेश क्या जारी किया देश में स्वयं को चौकीदार कहने का आंदोलन चल पड़ा। पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल का नाम बदल कर चौकीदार नरेंद्र मोदी रख लिया है। उनकी इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी अपने ट्विटर हैंडल का नाम बदल कर चौकीदार अमित शाह कर लिया है।
यह सिलसिला इतनी तेजी से चल पड़ा है कि अब तक कई कई केंद्रीय मंत्रियों ने भी अपने ट्विटर हैंडल का नाम इसी तरह कर लिया है। मसलन हेल्थ मिनिस्टर जगतप्रकाश नड्डा , विज्ञान व तकनीकी मंत्री डॉ हर्षवर्धन, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, रेल मंत्री पीयूष गोयल, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी सहित दर्जनों बड़े नेताओं में अपने नाम से पहले चौकीदार लगाने की होड़ लग गयी है।
यह सिलसिला बड़े लोगों तक ही सीमित नहीं है बल्कि अब तो पीएम मोदी को फॉलो करने वाले उनके समर्थकों ने भी अपने ट्विटर हैंडल का नाम बदलना शुरू कर दिया है। सभी स्वयं को देश का चौकीदार कहने लगे हैं। अलग अलग अंदाज में नए नए जुमले और कविता की जुगलबंदी के माध्यम से चौकीदार का महत्व जाता रहे हैं और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का जुमला चौकीदार चोर है का जवाद देने लगे हैं। ऐसा लगता है इस अभियान को छेड़ कर भाजपा ने कांग्रेस से यह नारा लगभग छीन लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष के नारे को कुंद करने की सोची समझी व बेहद रणनीतिक इस चाल से भाजपा ने कांग्रेस को अब यह सोचने पर अवश्य मज़बूर्वकर दिया है कि चौकीदार शब्द जा चुनावी प्रयोग उसके लिए अब घातक साबित हो सकता है।
पीएम मोदी ने जिस तरह देश के लोगों से मैं भी चौकीदार हूँ का प्रण लेने का आह्वान किया है उसका बड़े पैमाने पर असर होता दिखने लगा है। 2014 में चाय वाला शब्द से संबोधित करने की कांग्रेस की गलती को अपनी जीत में तब्दील करने वाले नरेंद्र मोदी ने इस बार एक बार फिर उसी शब्द को अपना हथियार बनाने की चाल चल दी है को कांग्रेस की ओर से ही शुरू किया गया है। चाय वाला शब्द ने देश में बड़े या छोटे स्तर पर चाय बेचने का व्यवसाय करने वाले लोगों की हिमायत हासिल कर ली थी जबकि अब चौकीदार शब्द को लपक कर देश के चौकीदारों को अपने पक्ष में करने में भाजपा ने कामयावी हासिल अवष्यबकर ली है। जबकि दूसरी तरफ इससे भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर नजर गड़ाने की मुहिम को जोड़कर बहुतयात मतदाताओं को चौकीदार शब्द के माध्यम से ही अपना समर्थक बनाने का एक आंदोलन शुरू कर दिया है।
रविवार सुबह से ही ट्विटर पर आप के एकाउंट का नाम बदल कर चौकीदार शब्द से सुसज्जित करने का अभियान जारी है। इससे भजपा को कितना फायदा होगा यह तो समय बताएगा लेकिन कांग्रेस के हाथ से यह जुमला अवश्य छिनता नजर आ रहा है।
पीएम कीओर से जारी आह्वान में कहा गया है कि :
आप भी अगर भ्रष्टाचार, गंदगी, गरीबी एवं आतंकवाद से देश को मुक्त करना चाहते है तो इस मुहिम में जुड़िये और नए भारत के निर्माण में अपना योगदान दीजिये।
पीएम मोदी के इस अभियान से प्रभावित होकर केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने भी अपना नाम बदल डाला है और कहा ही कि :
मेरा चौकीदार आशा देता है, ताकत देता है ,सुरक्षा का आश्वासन देता है। मेरा चौकीदार निर्णायक है, अखंडता का प्रतीक है, देश के विकास में अहम है, नए भारत के लिए अथक प्रयास करता है इसीलिए #ChowkidarPhirSe
इसके अलावा CM रघुवर दास, बिप्लब कुमार देब, त्रिवेंद्र सिंह रावत, अनुराग ठाकुर समेत बीजेपी से सारे बड़े नेताओं ने भी अपने नाम के आगे चौकीदार लगाया है।*
ट्विटर पर एक भाजपा समर्थक ने लिखा है कि एंट्री देश बदला, विश्वास बढा।हर व्यक्ति में चौकीदार मिला।। एक व्यक्तिबने लिखा कि हर उस भारतीय में है एक चौक़ीदार जिसे देश की फ़िक्र है।
कोई कहता है कि वो एक अकेला चल पड़ा…मैं उसकी ही क़तार हूँ, मैं देश के विकास में छोटा सा भागीदार हूँ,
हाँ मैं भी चौक़ीदार हूँ।
ट्विटर लर अपना नाम बदल कर सभी पीएम मोदी को भी टैग कर रहे हैं कहते हैं कि : देश की नैया को दुश्मनों से
बचा कर करेगा पार, इसीलिए हमें चाहिए ऐसा चौकीदार @narendramodi
हर बार, बार बार
क्योंकि #iTrustChowkidar #MainBhiChowkidar hun