नई दिल्ली। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव बना हुआ है। इसी बीच आज सुबह भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पारकर आतंकी कैंप को ध्वस्त कर दिया है। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि वायुसेना के विमान ने आतंकी कैंप पर एक हजार किलोग्राम के बम गिराए। जिसमें आतंकी कैंप पूरी तरह से ध्वस्त हो गया।
समाचार एजेंसी एएनआई ने भारतीय वायुसेना के सूत्रों के हवाले से कहा, ’26 फरवरी की तड़के भारतीय लड़ाकू विमान मिराज 2000 के एक समूह ने एसओसी पारकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंप पर बमबारी की और उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया। आतंकी कैंप पर 1000 किलो बम गिराए गए। इस अभियान में 12 मिराज विमानों ने हिस्सा लिया।
इससे पहले पाकिस्तानी सेना के डीजी आईएसपीआर आसिफ गफूर ने आरोप लगाया था कि भारतीय वायुसेना का विमान एलओसी पार करके पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में घुस आया था। जिसका पाकिस्तानी सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया और वायुसेना को वापस लौटना पड़ा।
इसके बाद अपने दूसरे ट्वीट में गफूर ने लिखा, ‘भारतीय विमानों ने मुजफ्फराबाद इलाके से घुसपैठ की। पाकिस्तानी वायुसेना ने समय पर और प्रभावी कार्रवाई की जिसके कारण भारतीय वायुसेना वापस लौट गई। किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ और न ही कोई हताहत हुआ।’
भारतीय वायुसेना कार्रवाई के बाद दोनों तरफ बड़ी हलचल
भारतीय वायुसेना द्वारा एलओसी में घुसकर आतंकी संगठनों के कैंप पर की गई गोलाबारी के बाद नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में उच्च स्तरीय बैठक शुरू हो गई है। जिसमें रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और गृहमंत्री राजनाथ सिंह शामिल हैं।
भारतीय वायुसेना ने अपने सभी अतंरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर स्थित एयर डिफेंस सिस्टम को हाई अलर्ट पर रहने के लिए कहा है। ऐसा पाकिस्तानी सेना की तरफ से होने वाली संभावित कार्रवाई के मद्देनजर किया गया है। वहीं दूसरी ओर रेडियो पाकिस्तान के अनुसार पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद में आपातकालीन बैठक बुलाई है।
सूत्रों के हवाले से बताया है कि भारतीय वायुसेना ने बालाकोट, चकोठी और मुजफ्फराबाद के आतंकी ठिकानों को पूरी तरह से नष्ट किया। जैश-ए-मोहम्मद का कंट्रोल रूम भी नष्ट कर दिया है।