लोकसभा में पीएम मोदी के तीखे तेवर , अपने तीखे शब्दबाणों से कांग्रेस को धो डाला, कहा- देश को लूटने वालों को डरा कर रहूँगा

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लोकसभा में पीएम मोदी के तीखे तेवर , अपने तीखे शब्दबाणों से कांग्रेस को धो डाला, कहा- देश को लूटने वालों को डरा कर रहूँगा 2

नई दिल्ली। लोकसभा में पीएम मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस को चुन चुन कर हमला बोला और उनके सारे आरोपों का साफ साफ जवाब दिया। अपने तर्क व आंकड़ों के आधार पर कांग्रेस पार्टी को धो डाला। विपक्ष के नेता मललिकार्जुन खड़गे पर सीधा प्रहार करते हुए उन्हें निरुत्तर कर दिया। एक तरफ ट्रेजरी बेंच , मंत्री सहित सभी सांसदों से खचाखच भरा हुआ था तो दूसरी तरफ विपक्ष की ओर खास कर कांग्रेस का बेंच कुछ न चुने हुए नेता व सांसद थे जिनमें खड़गे व सोनिया गांधी शामिल थीं। यहाँ तक कि पीएम मोदी को निशाना बनाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी संसद से गायब थे। पीएम ने कहा कि मैं देश को लूटने वालों को डरा कर रहूँगा।

लोकसभा में पीएम मोदी के तीखे तेवर , अपने तीखे शब्दबाणों से कांग्रेस को धो डाला, कहा- देश को लूटने वालों को डरा कर रहूँगा 3

लोकसभा में आज पीएम मोदी पूरी तरह चुनावी तेवर में दिखे और लगातर एक घंटा 55 मिनट से अधिक अंतराल तक धारा प्रवाह बोले। संसद में विपक्ष द्वारा उठाये गए हर एक सवालों का जवाब दिया।

लोकसभा में बजट सत्र के छठे दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पीएम मोदी ने ऐसा जवाब दिया की कांग्रेस को 1947 से लेकर सभी सरकारों की उप्लब्द्धियों की याद दिला दी। पीएम मोदी ने एक तरफ विपक्षी सांसदों को एक हैल्दी कॉप्टीशन के लिए भी बधाई दी तो दूसरी तरफ आने वाले चुनाव के लिए महागठबंधन को महामिलावट का नाम देकर तगड़ा तमाचा मारा।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में पहली बार वोट डालने जा रही युवा पीढ़ी को भी भविष्य की शुभकामनाएं दीं और उनको अपने तथ्यात्मक आंकड़ों से रोजगार के सृजन के दावे कर रिझाने की कोशिश की। हालांकि विपक्ष के नेता खड़गे लगातार पीएम को भाषण के दौरान टोकाटोकी करते रहे लेकिन मोदी ने उनके व्यक्तित्व की सराहना कर उन्हें झेंपने पर मजबूर कर दिया। पीएम ने कटाक्ष किया कि खड़गे डिसेंट व्यक्ति हैं लेकिन आज कल किसी दबाव में मजबूर होकर हर बात पर डिसेंट नॉट दे रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने सरकार की उपलब्‍धियां गिनाने के साथ साथ कांग्रेस पर इस कदर निशाना साधा कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और खड़गे को कुछ बोलने के लिए कई बार कुछ कहती देखी गईं।

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत का नारा मेरा नहीं है। उन्होंने यह कहते हुए तंज कसा कि महात्मा गांधी यहबपहले ही भांप गए थे कि सारी बुराइयों को अपनाने में कांग्रेस सबसे आगे है इसलिये वे इसे भंग करना चाहते थे। ये तो महात्मा गांधी ने बहुत पहले ही कह दिया था। उन्होंने कहा कि गांधी के जन्म के डेढ़ सौ साल के अवसर पर हम उनका ये सपना जरूर पूरा करेंगे. पीएम मोदी ने कहा, लोकतंत्र में आलोचना जरूरी होती है। लेकिन विपक्ष मोदी और बीजेपी की आलोचना करते-करते देश की आलोचना करने लगते हैं। इस पर जब टोकाटाकी हुई तो पीएम मोदी ने कहा कि आप लोग ही हैं जो विदेश में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झूठे आरोप लगाते हैं।

पीएम मोदी ने अपने जवाब में महागठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, देश देख चुका है मिलावट खतरनाक है। अब तो महा मिलावट आने वाली है। उन्होंने कहा, इधर चुनाव की आहट हुई, उधर महा मिलावट होने लगी। पीएम मोदी ने राफेल पर जवाब देते हुए कहा, इससे पहले देश में कभी भी सौदे बिना दलाली के पूरे हुए ही नहीं। अब कांग्रेस किस की शह पर ये सब कर रही है. उन्होने कहा, हम घोटालों के 3-3 राजदार पकड़कर लाए। दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में एक तरफ हमारे खिलाड़ी पदक जीतने के लिए मेहनत कर रहें थे और कांग्रेस के लोग अपनी वेल्थ बना रहें थे।

उन्होंने कहा कि :

मेरे 55 माह और कांग्रेस के 55 साल की तुलना करने से कांग्रेस के कामकाज की सही स्थिति पता चलती है

कांग्रेस के नेता लंदन में बैठकर देश की बुराई करते हैं

गलत करने वालों को डरना ही होगा

देश को लूटने वालों को मोदी दर कर रहेगा

भ्रस्टाचार के कारण कांग्रेस 400 से 40 पर सिमट गई

सच बोलने वाला बाहर भी सच बोलता है और अंदर भी सच ही बोलता है

“सूरज जायेगा भी तो कहाँ

उसे यहीं रहना होगा

यहीं हमारी सांसों में

हमारी रगों में

हमारे संकल्पों में

हमारे रतजगों में

तुम उदास मत होओ

अब मैं किसी भी सूरज को नही डूबने दूंगा।”

मिलावटी सरकार के कारनामे तो देख चुके हैं, मगर अब तो महामिलावट की तैयारी की जा रही है

जब कभी झूठ की बस्ती में सच को तड़पते देखा है, तब मैंने अपने भीतर किसी बच्चे को सिसकते देखा है

सच बोलने वालों को बाहर दूसरा बोलना, अंदर अलग बोलना जरूरी नही है, हम सच बोलते हैं, जनसभा में भी सच बोलते हैं, लोकसभा में भी सच बोलते हैं, प्रधानमंत्री भी सच बोलता है, राष्ट्रपति भी सच बोलते हैं, आपकी मुसीबत है कि आपकी सच सुनने की आदत चली गई है

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