नयी दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद लोकसभा में सोमवार को लगातार चौथे कामकाजी दिन प्रश्नकाल एवं शून्यकाल में कामकाज बाधित रहा । राफेल मामले में राहुल गांधी से माफी की मांग और सिख विरोधी दंगा मुद्दे पर भाजपा सदस्यों की नारेबाजी, कांग्रेस सदस्यों की जेपीसी की मांग सहित अलग अलग मुद्दों पर विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद 2 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गई । लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे शुरू होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही । अन्नाद्रमुक सदस्य कावेरी नदी पर बांध का निर्माण रोकने की मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास आ गए ।
तेलुगुदेसम पार्टी सदस्य आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए हाथों में तख्तियां लेकर आसन के पास आ गए । वहीं कांग्रेस सदस्य राफेल मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग करते हुए आसन के समीप आ गए ।
भाजपा सदस्य राफेल मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के आलोक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग कर रहे थे ।
भाजपा सदस्य अपने स्थानों पर खड़े होकर अपने हाथों में पोस्टर लहरा रहे थे जिस पर लिखा था कि ‘राफेल पर झूठ को लेकर राहुल गांधी माफी मांगें ।’ भाजपा सदस्य 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा सजा सुनाये जाने के मुद्दे को भी उठा रहे थे । भाजपा सदस्य अपने स्थान पर खड़े होकर ‘सिखों के हत्यारे को सजा दो, 1984 के गुनहगारों को सजा दो’ के नारे लगा रहे थे । शोर शराबे के दौरान ही विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सदन में मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक 2018 पेश किया । इसके बाद अध्यक्ष ने हंगामे के बीच ही शून्यकाल चलाने का प्रयास किया और कुछ सदस्यों ने अपनी बात भी रखी । हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने करीब सवा 12 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर बाद 2 बजे तक के लिये स्थगित कर दी । इससे पहले, आज सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जाम्बिया के संसदीय शिष्टमंडल के विशेष कक्ष में मौजूद होने की जानकारी दी । इसके बाद उन्होंने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने को कहा, विभिन्न दलों के सदस्य अपनी अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करने लगे । भाजपा के मुख्य सचेतक अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी को राफेल मामले में सदन में माफी मांगनी चाहिए । कांग्रेस सदस्य राफेल मामले की जेपीसी की मांग कर रहे थे जबकि अन्नाद्रमुक एवं तेदेपा सदस्य अलग अलग मुद्दों पर नारेबाजी कर रहे थे ।
अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की बैठक चलने देने का आग्रह किया । लेकिन हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही, शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद ही दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी । भाषा दीपक मनीषा