नई दिल्ली : रेलवे बोर्ड ने गुरुग्राम निवासी प्रभु नाथ सिंह सहित विभिन्न क्षेत्रों के सात लोगों को ” जोनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमिटी ” नोर्दर्न रेलवे का सदस्य मनोनीत किया है. रेलवे बोर्ड की ओर से जारी एक पत्र के माध्यम से इसकी जानकारी नोर्दर्न रेलवे के महाप्रबंधक को दी गयी है और सम्बंधित सदस्यों को इसकी सुचना प्रेषित करने को कहा है. सभी सदस्य रेवले की ओर से रेल पसेंजर्स की दी जाने वाली सभी प्रकार की सुविधाओं पर निगरानी व विचार विमर्श एवं सुझाव देने को अधिकृत होंगे. इन्हें रेलवे की ‘स्पेशल इंटरेस्ट’ वाली श्रेणी में मनोनीत किया गया है.
रेल मंत्रालय ने ” जोनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमिटी ” नोर्दर्न रेलवे का पुनर्गठन करने का निर्णय लिया और इसमें सात नए सदस्यों को मनोनीत करते हुए इसे नया स्वरूप दिया है. पुनर्गठित कंसल्टेटिव कमिटी में गुरुग्राम के सुशांत लोक निवासी प्रभु नाथ सिंह, दिल्ली निवासी उमेश चन्द्र गौर, देहरादून निवासी आई एस गोयल, रूरकी निवासी श्री त्यागी, उन्नाव निवासी अशोक कटियार अधिवक्ता , मुरादाबाद निवासी अशोक ओबेरॉय एवं नई दिल्ली से राजेश शुक्ल को सदस्य मनोनीत किया गया है.
रेलवे बोर्ड के संयुक्त निदेशक , पेसेंजर मार्केटिंग , संजय मनोचा द्वारा नोर्दर्न रेलवे के महाप्रबंधक के नाम जारी पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि ” जोनल रेलवे यूजर्स कंसल्टेटिव कमिटी ” नोर्दर्न रेलवे का कोई भी मनोनीत सदस्य रेलवे की कैटरिंग,वेंडिंग, कॉन्ट्रैक्टर्स, आउट एजेंसी कॉन्ट्रैक्टर्स/रेल ट्रेवलर्स , सर्विस एजेंट्स हेन्डिंग कॉन्ट्रैक्टर्स, इंजीनियरिंग कॉन्ट्रैक्टर्स से सम्बंधित किसी भी प्रकार के लाभ के पद पर या व्यवसाय से जुड़ा नहीं होना चाहिए. ये सभी सदस्य गैर सरकारी होते हैं इसलिए ये सरकारी नौकरी भी नहीं रह सकते. इन सभी सदस्यों पर रेलवे का मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट लागू रहेगा .