नई ईवीएम व वीवीपैट मशीनों के इस्तेमाल के लिए कार्यशाला आयोजित

Font Size
गुरूग्राम। भारत निवार्चन आयोग द्वारा आने वाले चुनावों में ईवीएम को अपडेट करते हुए नई तकनीक से सुसज्जित मतदाता सत्यापन पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के माध्यम से वोटिंग करवाई जाएगी। इस वीवीपैट में मतदाता को अपने डाले हुए मत के बारे में पूरी जानकारी मौके पर ही मिल जाएगी तथा उसे पता चल सकेगा कि उसकी वोट किस प्रत्याशी के पक्ष में गई है। इस नई तकनीक से मतदान प्रक्रिया में और अधिक पारदर्शिता आएगी।
यह जानकारी चुनाव तहसीलदार संतलाल ने नई ईवीएम वीवीपैट मशीनों को लेकर आयोजित कार्यशाला में दी। यह कार्यशाला गुरूग्राम के लघु सचिवालय में आयोजित की गई थी। इस कार्यशाला में गुरूग्राम जिला के अधिकारियों व कर्मचारियों को नई ईवीएम व वीवीपैट मशीनों के इस्तेमाल के बारे में विस्तार से बताया गया। नई वीवीपैट मशीनों में अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिस पर व्यक्ति को स्वयं द्वारा डाले गए वोट की डिटेल जैसे उम्मीदवार का नाम व सिंबल आदि दिखाई देगा। इसके अलावा, नई वीवीपैट मशीनों में ब्रायल लिपि का भी इस्तेमाल किया गया है जिससे दृष्टिहीन व्यक्ति को वोट डालने में सुविधा होगी।
आज इस कार्यशाला में मास्टर ट्रेनर जसमेर सिंह ने ईवीएम व वीवीपैट मशीनों का डेमो भी करके दिखाया। उन्होंने बताया कि विभागों को इन मशीनों के बारे में जानकारी देने के लिए आज यह कार्यशाला आयोजित की गई है। जिला में इन मशीनों की विस्तार से जानकारी देने के लिए 20 टीमों का गठन किया गया है जो विभागों में कार्यरत कर्मियों को इन मशीनों के बारे में सेंसेटाइज करेंगी। उन्होंने बताया कि इन मशीनों के बारे में जानकारी देने के लिए गठित टीमों द्वारा जल्द ही जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ये टीमें गांव, वार्डों तथा सरकारी कार्यालयों में जाकर लोगों को इन मशीनों के बारे मे जानकारी देंगी ताकि भविष्य में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान लोगों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
इन सभी मशीनों को बैल कंपनी के इंजीनियरों द्वारा असैंबल किया जा रहा है। इन नई मशीनों में नई तकनीक से ऑटोमैटिक रीडिंग होगी। इसके साथ-साथ कंट्रोल यूनिट किस वीवीपैट से जुड़ी हैं, उसका भी पता चल जाएगा। इन सभी मशीनों की मोबाईल एप टैगिंग करके भारत निर्वाचन आयोग की साईटस से जोड़ा गया है, जिससे इनकी लोकेशन की पूरी जानकारी प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने बताया कि इस कार्य के दौरान मास्टर ट्रेनरों को भी ट्रेनिंग दी गई है, जो भविष्य में मतदान संबंधित जानकारी संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को देंगे।

You cannot copy content of this page