पर्यावरण संरक्षण की मुहीम से हर घर को जोड़ने का प्रयास
चंडीगढ़, 10 अगस्त : हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रत्येक व्यक्ति संजीदगी से कार्य करना होगा तभी हम ग्लोबल वार्मिंग व जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव से बच सकते है। जो हमारी प्रकृति को बचाए रखने के लिए आवश्यक है।
श्री धनखड़ आज बादली विधानसभा क्षेत्र में कल एक साथ 60 हजार नींबू के पौधे रोपित करने के उनके लक्ष्य के सिलसिले में लोगों से मिल रहे थे। उनकी इस अनुठी पहल की लोगों ने सराहना की।
शायद ही यह पहला अवसर है जब कि मंत्री ने पर्यावरण के प्रति संजीदगी के लिए अपने हलके में एक साथ 60 हजार पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा होगा। हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड ऐसे मंत्री हैं जो अपने हलके में एक साथ 60 हजार घरों में 60 हजार पौधे 60 मिनट में लगवाएंगे। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छ: हजार युवाओं की टीम समर्पित रहेगी और ये अनूठा रिकाड्र्र 11 अगस्त को प्रात: 9.00 से 10.00 बजे के बीच बनेगा। इसके लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। खास बात यह है कि इस अनूठे अभियान में पार्टी के वर्कर, ग्रवित के स्वयं सेवक, आम गा्रमीण युवा, प्रकृति प्रेमी और जिले के नेता भी शरीक हो रहे हैं। स्वेच्छा से जुड़े इन युवाओं में जोश व ऊर्जा देखते ही बनती है।
बादली हलके के लगभग सभी एक सौ गांवों में तकरीबन 60 हजार घरों में एक साथ नींबू का पौधा लगाया जाएगा। दरअसल इसके लिए 60 मिनट का समय तय किया गया है। मगर इन साठ मिनटों के काम के पीछे बड़ी मेहनत है। मानसून में पौधारोपण हर वर्ष होता है। लगाए गए पौधों का पालन कम होने से पर्यावरण को नुकसान होता है। मगर इस बार पौधों का पूरी तरह से पालन हो, इसके लिए हर घर संजीवनी अभियान चलाने का निर्णय लिया। इस अभियान की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि स्वयं कृषि मंत्री ने तकरीबन सभी गांवंों में पहुंच कर लोगों को इस अभियान से जोड़ा। लोग विशेषकर युवा आगे आए और उन्होंने इस पुनीत कार्य में हिस्सेदारी करने की बात इच्छा जताई। जिसके चलते पांच-पांच प्रकृति प्रेमी युवाओं की 1200 टीमों का गठन पूरे हलके में किया गया। यह टीमें हलके के 60 हजार घरों में पौधा पहुंचाएंगी और हर घर में परिवारवालों के साथ पौधा लगाएंगे।
विशेष बात यह भी है कि प्रत्येक पचास घरों में पौधा पहुंचाने के लिए एक टीम काम करेगी। यानि प्रत्येक युवा एक घंटे के समय में अपने हिस्से के दस घरों में पौधा पहुंचाएगा और लगवाएगा। इसके लिए प्रत्येक गांव में गलीवार ये कमेटियां बनाई गई हैं। पूरे हलके को कलस्टरों में बांटकर जिम्मेदारियां भी तय की गई हैं। एक आम वर्कर से लेकर हलके के पदाधिकारी भी इस अभियान का हिस्सा हैं।
इस पूरे अभियान में कृषि मंत्री ने एक एक दिन में दस दस गांवों में पहुंचकर लोगों को जिस तरह से स्वेच्छा के साथ जोड़ा वह सबकी अपनी जिम्मेदारी तय करता है। इस अभियान में जुड़े 6 हजार युवा इस अभियान की ताकत हैं इसमें कोई संदेह नहीं है। स्वयं कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ कहते हैं कि ये सभी युवा इस अभियान को अंजाम तक पहुंचाएंगे। जिस तरह से युवाओं ने इस अभियान को अपना मानकर तैयारी की है वह बेमिसाल है। धनखड़ कहते हैं कि नींबू के एक साथ इतने पौधे लगने से बादली की अलग पहचान बनेगी। बहरहाल, हर घर संजीवनी अपनी तरह का पहला और अनूठा अभियान है जिसे मूर्त रूप 11 अगस्त को मिलेगा। जिसका श्रेय युवाओं को जायेगा।