नई दिल्ली। प्रसिद्ध समासेवी अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके द्वारा किये गए उन वादों’ की याद दिलाई जो उन्होंने देश की जनता से किये थे। हजारे ने चेतावनी दी कि अगर इन वायदे को आगामी 2 अक्टूबर तक लागू नहीं किया गया तो वह मोदी सरकार के खिलाफ फिर धरना व प्रदर्शन करेंगे. हजारे दावा किया कि गत चार वर्षो में उन्होंने कई बार मोदी को उनके किये वायदे याद दिलाने के लिए पत्र लिखा लेकिन पीएम की ओर से कोई जवाब नहीं आया।
उन्होंने कहा कि गत मार्च में एक सप्ताह तक भूख हड़ताल के बाद राज्य मंत्री जितेन्द्र सिह को मोदी सरकार द्वारा किए गए सात वादों की सूची सौंपी थी. अन्ना हजारे ने यह स्वीकार किया कि कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की मांग को मान लिया गया है लेकिन इस बात पर विरोध जताया कि राज्य कृषि मूल्य आयोग द्वारा भेजे गए प्रस्ताव में बहुत काफी कटौती की गई है.
उन्होंने कृषि मूल्य आयोग की ‘स्वायतत्ता’ के वादे को लागू करने की मांग की है। हजारे ने तर्क दिया कि इससे किसानों को फसल के वास्तविक लागत के आधार पर एमएसपी मील सकेगी. हजारे ने यह भी याद दिलाया कि केंद्र सरकार ने आश्वासन दिया था कि 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के किसानों को प्रतिमाह 5,000 रुपये की पेंशन दी जाएगी। लेकिन इसके लिए न तो समिति बनी और न ही उस दिशा में कोई निर्णय लिया गया।