मंडी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल के मंडी में तीन हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करने के बाद कहा कि भारतीय सेना के पराक्रम की दुनियाभर में चर्चा हो रही है. पहले ऐसा इस्राइल की ओर से ही किया जाता था. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अब भारतीय सेना ने भी ऐसा कर यह दिखा दिया है कि वह दुनिया के एनी देशों कि सेना से किसी भी दृष्टि से कम नहीं है.
पीएम ने कहा कि मैं जब मंदी आ रहा था तो भीतर से थोड़ा हिला हुआ था कि यहां के लोगों ने मुझे इतना प्यार दिया है लेकिन मैंने यहां आने में थोड़ी देर कर दी. मुझे आशंका थी कि आप नाराज हैं, पर आपने भरपूर प्यार दिया.
अपने भाषण में नरेन्द्र मोदी ने पिछली सरकारों के कार्यकाल कि चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद मुझे अलग से एक पुरातत्व विभाग बनाना पड़ा. यह विभाग लगातार ढूढ़ कर पिछली सरकारों के जमाने कि दबी हुई फाइलें निकाल रहा है.
उनके अनुसार रेलवे का एक प्रोजेक्ट 1981 में तय हुआ था. उस समय उस प्रोजेक्ट का बजट केवल 34 करोड़ का था, आज 35 साल हो गए और यह आज 2 हजार 100 करोड़ का प्रोजेक्ट हो गया. उन्होंने ध्यान दिलाया कि विकास के मामले में पिछली सरकारों की लेट लतीफी के तौर तरीके से देश को बड़ा नुकसान हो रहा है.
और क्या कहा पीएम नरेन्द्र मोदी ने भाषण में :
-देवभूमि पर आपके दर्शन का मौका मिला
-छोटी काशी में सिर झुकाने का अवसर मिला
-लगा था आप नाराज हैं पर आपने प्यार दिया
-कुल्लू का दशहरा देशभर में मशहूर है
-हिमालय में लोगों का दिल हिमालय जैसा है
-3 पावर प्रोजेक्ट के उद्घाटन का मौका मिला
-अटलजी हिमाचलवासी को अपना मानते थे
– स्वच्छता अभियान को सफल बनाने के लिए मंडी के लोगों का धन्यवाद
-हिमाचल वीरभूमि भी है
– पिछली सरकार ने वन रैंक वन पेंशन पर सिर्फ वादे किए गए थे
-वन रैंक वन पेंशन में सरकार पर 10 हजार करोड़ का आर्थिक बोझ पड़ा है
-मैंने सेना से कहा कि मैं एकमुश्त नहीं दे पाऊंगा, चार किस्तों में दू तो चलेगा
– उन्होंने मेरी एक बार में बात मान ली
इसलिए मैं सेना को नमन करता हूं
-भारतीय सेना की ताकत पर देश को गर्व है