देश का पहला डिजिटल फ्रंट आफिस गुरुग्राम जिला अदालत में आज खुला

Font Size

पंजाब

एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायधीश अजय कुमार मित्तल ने किया

उद्घाटन

सारे रिकॉर्ड को डिजिटाइज किया जाना संभव

होगा

कैदी और पेशी की तारीख की मिलेगी जानकारी

गरीब फरियादी को मिलेगी मुफ्त कानूनी सहायता

सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक

चंडीगढ़, 6 जून- हरियाणा के गुरुग्राम न्यायिक परिसर में आज जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा देश का पहला डिजिटल फ्रंट ऑफिस खोला गया। इसका विधिवत उदघाटन हरियाणा विधिक सेवाएं प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायधीश अजय कुमार मित्तल ने किया

न्यायाधीश मित्तल ने उद्घाटन के बाद डी एलएसए के फर्स्ट फ्रंट आफिस के डिजिटल मेंटेनेंस करने के तौर तरीके का भी अवलोकन किया। इस अवसर पर उनके साथ पंजाब

एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के एक और न्यायधीश अनिल क्षेत्रपाल भी मौजूद थे। न्यायाधीश क्षेत्रपाल गुरुग्राम सेशन डिवीजन के प्रशासनिक न्यायधीश भी हैं

न्यायाधीश मित्तल ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि

गुरुग्राम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का डिजिटल फ्रंट ऑफिस के माध्यम से सारे रिकॉर्ड को डिजिटाइज किया जाना संभव हीग। उल्लेखनीय है कि अभी तक इन रिकॉर्ड को मेंटेन करने के लिए रजिस्टर का उपयोग किया जाता था।

गौरतलब है कि अभी तक जेल में बंद कैदियों का रिकॉर्ड एक रजिस्टर में रखा जाता था और उनकी किस कोर्ट में किस दिन तारीख होगी यह उसमें दर्ज किया जाता रहा है।अब डिजिटल फ्रंट ऑफिस बनने से इस प्रकार के सारे रिकॉर्ड कंप्यूटर में दर्ज होंगे। इसके अलावा कैदी तथा उसके अधिवक्ता को सुनवाई की अगली तारीख आदि के बारे में भी फ्रंट आफिस से पता करना आसान व शीघ्र संभव होगा।

न्यायाधीश मित्तल के अनुसार इस फ्रंट आफिस से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पास मुफ्त कानूनी सहायता प्राप्त करने के लिए जो प्रार्थी आते हैं उन्हें किस पैनल अधिवक्ता के पास भेजा गया है इसका रिकॉर्ड भी देखना संबबाव होगा क्योंकि यहां सबकुछ कंप्यूटर में दर्ज होगा। उनका कहना था कि अब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सभी गतिविधियां डिजिटल होंगी और पेपरलेस हो जाएंगी।

न्यायाधीश मित्तल

ने बताया कि देश में अपनी तरह के इस पहले डी एल एस ए के डिजिटल फ्रंट ऑफिस में एक हेल्प डेस्क भी स्थापित किया गया है जहां पर एक पैनल अधिवक्ता तथा एक पैरा लीगल वालंटियर उपलब्ध रहेंगे।

उन्होंने बताया कि फ्रंट ऑफिस में आने वाले प्रार्थियों की मदद हेल्प डेस्क के माध्यम से की जाएगी । प्रार्थी को बताया जाएगा कि वह किस न्यायालय में अपना केस दायर कर सकता है। यदि उसे दरखास्त आदि लिखनी नहीं आती तो वह भी लिखने में हेल्प डेस्क पर मौजूद अधिवक्ता तथा पैरा लीगल वालंटियर मदद करेंगे।

उनका कहना था कि इस अनूठी पहल की शुरूआत देश में गुरुग्राम से हो रही है। यही नहीं इस डिजिटल फ्रंट ऑफिस में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी जो लोगों को न्याय दिलाने में सहायक होगी । उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि यदि कोई अधिवक्ता जिला जेल में किसी कारणवश नहीं जा सकता तो वह अपने मुवकिल अथवा क्लाइंट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बात कर पाएगा । उन्होंने बताया कि यहां सफल होने के बाद डिजिटल फ्रंट ऑफिस के इस मॉडल को हरियाणा के सभी जिलों में लागू किया जाएगा। यह सुविधा शीघ्र उपलब्ध होगी।

इस अवसर पर जिला न्यायालय गुरुग्राम के जिला सभी न्यायाधीश, जिला उपायुक्त गुरुग्राम विनय प्रताप सिंह, गुटुग्राम जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलभूषण भारद्वाज सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

You cannot copy content of this page