हैदराबाद : आंध्र प्रदेश की 6 महिला कबड्डी खिलाड़ियों ने राज्य कबड्डी संघ के सचिव वी वीरा लंकैया पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही कबड्डी संघ के सचिव पर खेल कोटा से नौकरी का आवेदन करने के लिए जरूरी सर्टिफिकेट इश्यू करने के लिए पैसा लेने का आरोप भी लगा है।
राज्य की महिला कबड्डी खिलाड़ियों पी सुनीता, केएलवी रमना, एस गौतमी और पी धनलक्ष्मी ने खेल सचिव पर आरोप लगाया है कि उन्होंने करीब 30 फॉर्म-2 सर्टिफिकेट लाखों रुपये में बेचे। शिकायतकर्ता खिलाड़ियों का कहना है कि इसके चलते जो खिलाड़ी हैं, उनकी नौकरी की संभावनाएं प्रभावित होती हैं।
भारतीय कबड्डी टीम की सदस्य पी सुनीता ने बताया कि उन्हें रेलवे में एक नौकरी के लिए चयनित किया गया था। लेकिन जब वह वीरा लंकैया के पास सर्टिफिकेट लेने पहुंचीं तो उन्होंने कहा कि या तो वह सर्टिफिकेट के लिए पैसे दें या उनके घर आकर उनसे मिलें। बता दें कि फार्म-2 खेल संघों की ओर से खिलाड़ियों की उपलब्धियों का प्रमाण पत्र होता है और खेल कोटा के तहत सरकारी नौकरी के लिए फॉर्म-2 जरूरी होता है।
एक अन्य राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी एस गौतमी ने वहीं आरोप लगाया है कि वीरा लंकैया ने उन्हें स्पोर्ट्स कैंप में हिस्सा नहीं लेने दिया और खुलेआम खिलाड़ियों के साथ गाली-गलौज करते हैं। शिकायतकर्ता खिलाड़ियों ने वीरा लंकैया के खिलाफ पुलिस और मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू कार्यालय से भी शिकायत की है।
कृष्णा जिले के कबड्डी संघ के सचिव वाई श्रीकांत ने भी कहा है कि वीरा लंकैया ने महिला खिलाड़ियों का यौन उत्पीड़न किया और 1995 में एक खिलाड़ी की मौत के भी जिम्मेदार रहे। श्रीकांत ने साथ ही वीरा लंकैया पर नियमों का उल्लंघन कर 20 साल से लगातार राज्य कबड्डी संघ के सचिव पद पर बने रहने का आरोप भी लगाया है।
वहीं वीरा लंकैया ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि अगर मेरे खिलाफ आरोप साबित हो जाएं तो मैं सजा भुगतने के लिए तैयार हूं। वीरा लंकैया ने उल्टे श्रीकांत पर अपने खिलाफ झूठे आरोपों की शिकायत दर्ज करने के लिए खिलाड़ियों को भड़काने का आरोप लगा दिया। वीरा लंकैया ने साथ ही सर्टिफिकेट बेचने के आरोपों से भी इनकार किया और कहा कि फर्जी सर्टिफिकेट बड़ी आसानी से पकड़े जा सकते हैं, क्योंकि ये सारे सर्टिफिकेट आंध्र प्रदेश खेल प्राधिकरण में जमा होते हैं.