पीएम मोदी ने अपने हाथ ली कमान
नई दिल्ली : नीति आयोग के मापदंड में पिछड़े साबित हुए मध्य प्रदेश के 8 जिलों को 6 केंद्रीय मंत्रियों को सुधारने का जिम्मा दिया गया है. सुषमा स्वराज को विदिशा, नरेंद्र सिंह तोमर को गुना, थावरचंद गहलोत को राजगढ़, प्रकाश जावड़ेकर को बड़वानी और खंडवा, वीरेंद्र खटीक को दमोह और छतरपुर और एमजे अकबर को सिंगरौली संभालेंगे.
केंद्रीय अफसरों को इन जिलों की मॉनीटरिंग करनी है. पीएम मोदी के निर्देश पर नीति आयोग ने ये कार्ययोजना बनाई है. नीति आयोग से चर्चा के बाद मुख्य सचिव बीपी सिंह ने आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग को जिम्मेदारी दी है. इसी के साथ एडिशनल चीफ सेक्रेटरी दीपक खांडेकर ने भी बैठकें शुरू कर दी हैं.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जाबड़ेकर को एमपी से राज्यसभा सांसद होने के नाते प्रभारी बनाया गया था लेकिन अब वे दूसरे राज्य से सांसद हैं. इसलिए अब उनका प्रभार जिला बदल सकता है. उधर, एमपी कॉडर के भारत सरकार में पदस्थ आईएएस अफसरों में अनिल जैन को सिंगरोली, प्रवीण कृष्ण को बड़वानी, एसपीएस परिहार को खंडवा, अजय तिर्की को दमोह, शैलेन्द्र सिंह को छतरपुर, संजय सिंह को विदिशा, प्रमोद दास को गुना और राजेश चतुर्वेदी को राजगढ़ जिला दिया है.
प्रधानमंत्री मोदी मध्यप्रदेश में केंद्रीय मंत्री उमा भारती और धर्मेंद्र प्रधान को भी एक-एक जिले की जिम्मेदारी देना चाहते थे. लेकिन उमा भारती मध्यप्रदेश नहीं आना चाहतीं और वहीं धर्मेंद्र प्रधान व्यस्तताओं के चलते यह जिम्मेदारी लेने की स्थिति में नहीं थे.
पिछले दिनों मध्यप्रदेश दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने कहा था कि आठ पिछड़े जिलों की तरह प्रदेश के पचास पिछड़े ब्लाक भी चिन्हित किए जाएं. इनके लिए वही मापदंड अपनाए जाएं जो नीति आयोग ने तय किए हैं.