राजकीय पोलिटैक्निक कॉलेज मानेसर में आई-टैक कार्यक्रम आयोजित
सीएम मनोहर लाल ने की ‘सहयोग क्लब’ की शुरूआत
सिविल इंजिनियरिंग के छात्र होंगे इसके सदस्य
तालाब विकास प्राधिकरण के साथ मिल कर करेंगे काम
गुरूग्राम, 2 मई : हरियाणा के गांवों के तालाबों का उद्धार अब पॉलिटैक्रिक व इंजिनियरिंग कालेजों के सिविल इंजिनियरिंग के विद्यार्थी करेंगें. इसके लिए आज तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा जिला के राजकीय पोलिटैक्निक कॉलेज मानेसर में आयोजित आई-टैक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ‘सहयोग क्लब’ की शुरूआत की। इस क्लब में हरियाणा के राजकीय पॉलिटैक्रिक तथा इंजिनियरिंग कालेजों के सिविल इंजिनियरिंग के विद्यार्थियों को सदस्य बनाया गया है। ये विद्यार्थी प्रदेश के गांव गांव जाकर तालाबों को साफ करने तथा उसके पानी को भी निरंतर शोधित करने की व्यवस्था करने में तालाब विकास प्राधिकरण का सहयोग करेंगें।
यह शुरूआत आज यहां हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने मानेसर के पॉलिटैक्रिक कालेज में आयोजित इण्डट्री टैक्नीकल एक्सीलेंस चेंजिंग हरियाणा (आई-टैक) कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि की।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने राज्य के उद्यमियों से आह्वान किया कि वे अपने उद्योगों में प्रदेश के युवाओं को प्रशिक्षण दें ताकि युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिल सकें। उन्होंने कहा कि इस कार्य में जनता द्वारा रॉ मैटिरियल के रूप में युवा मुहैया करवाए जाएंगे। साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि युवाओं को रोजगार देने के लिए अधिक से अधिक अवसरों को सृजित करने के लिए सरकार अपनी ओर से भी सुविधा देगी।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि आज जहां युवाओं को रोजगार की आवश्यकता है तो वहीं उद्योगों को स्किल्ड युवाओं की आवश्यकता है, लेकिन युवाओं को रोजगार की आपूर्ति और उद्योगों को स्किल्ड युवाओं की आवश्यकता के बीच एक अंतर अर्थात गैप है। इसलिए हम सभी को इस अंतर को पाटने का प्रयास करना होगा। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने युवाओं के कौशल को निखारने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं, जिसके तहत सक्षम युवा योजना को शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को तीन साल के लिए उनकी योग्यता के अनुसार 100 घंटे का कार्य दिया जाता है, जिसमें 9000 और 7500 रुपए का मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लगभग 40 हजार युवा इस योजना का लाभ उठा चुके है।
मुख्यमंत्री ने उपस्थित उद्यमियों से कहा कि हमें युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने हैं और इस कार्य में उद्योग सरकार का सहयोग करें। उनका मानना है कि आज राज्य में चार से पांच लाख युवा बेरोजगार है और उन्हें रोजगार प्रदान करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर वर्ष लगभग दो लाख युवा कॉलेजो से निकलते हैं परंतु सरकारी नौकरी हर साल 20 हजार से ज्यादा लोगों को नहीं मिल सकती। उन्होंने कहा कि बाकि युवाओं के कौशल का विकास करके उन्हें रोजगार के लायक बनाना है जिसमें उद्योग अपना अहम योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अभी हाल ही में 54 हजार सरकारी नौकरियों का विज्ञापन दिया है। इसके अलावा, 38 हजार गु्रप-डी की भर्तियां जल्द ही की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि हमारी आर्थिक और सामाजिक उन्नति स्किलिंग, टैक्नोलॉजी तथा उद्यमशीलता के विकास पर निर्भर है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि युवा हमारी पूंजी हैं जिनकी युवा शक्ति के सदुप्योग से हम दुनिया में जगह बना सकते हैं। युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है। प्रतिभा की पहचान करके उद्योग उन्हें प्रशिक्षण दें ताकि डिमांड और सप्लाई का जो गैप है उसे पाटा जा सके। उन्होंने कहा कि युवाओं को हुनमंद बनाने में तकनीकी शिक्षा तथा स्किलिंग संस्थानों को अपना योगदान देना होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्टार्ट अप, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया आदि कई कार्यक्रम दिए हैं जिनका फायदा युवा उठा सकते हैं।
इससे पहले, हरियाणा के तकनीकी शिक्षा मंत्री प्रो. राम बिलास शर्मा ने कहा कि यह वर्ष रोजगार को समर्पित किया गया है। उन्होंने कहा कि उद्योगों को जिस कंपीटैंसी का व्यक्ति चाहिए, वैसा हम उपलब्ध करवाएंगे और उद्योग भी अपनी आवश्यकता के अनुसार युवाओं को ट्रेनिंग देने में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि हम उद्योगों व उद्यमियों को हमारे ऊपर भरोसा है और जब दोनों का आपस में भरोसा हो तो क्रांति होती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार छात्रों के कौशल विकास में कार्य कर रही है और अब तक 700 बच्चों का कौशल विकास करके विभिन्न उद्योगों में रोजगार दिलाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा लगातार चलाया जाएगा।
कार्यक्रम में तकनीकी शिक्षा विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती ज्योति अरोड़ा ने मानेसर के पॉलिटैक्रिक कालेज में आयोजित इण्डस्ट्री टैक्नीकल एक्सीलेंस चेंजिंग हरियाणा (आई-टैक) कार्यक्रम के बारे व तकनीकी शिक्षा विभाग के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वर्तमान में राज्य के पॉलिटैक्रिक व इंजिनियरिंग कालेजों में लगभग एक लाख से अधिक बच्चे अध्ययन कर रहे हंै और विभाग समय-समय पर उद्योगों की जरूरतों के अनुसार पाठयक्रमों को अपडेट कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले चार से पांच महीने के दौरान विभिन्न उद्योगों के साथ 200 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं जो पोलिटैक्रिक तथा इंजीनियरिंग कॉलेजों के विद्यार्थियों के प्रशिक्षण व प्लेसमेंट में सहयोग देंगे। इसी कड़ी में आज भी 17 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा का प्रयास है कि इस वर्ष को शत-प्रतिशत प्लेसमेंट वाला वर्ष घोषित किया जाए। अब तक 60 प्रतिशत विद्यार्थियों को प्लेसमेंट मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि आज मानेसर के पॉलिटेक्रिक कालेज में मेगा जॉब फेयर भी आयोजित किया गया, जो राज्य का सबसे बडा जॉब फेयर है और इस मेले में लगभग 2000 युवाओं ने पंजीकरण करवाया है जबकि 60 कंपनियों ने यहां आकर साक्षात्कार लिए हैं। उन्हें उम्मीद है कि इनमें से लगभग 1000 युवाओं को रोजगार के लिए चुना जाएगा। उन्होंने उत्कृष्टता केन्द्रों की स्थापना के समझौतों, सिविल इंजिनियरिंग के बच्चों को मैगा ग्रामीण तालाब विकास योजना के साथ जोडऩा, सहयोग क्लब की स्थापना, कौशल विकास विश्वविद्यालय की स्थापना की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मानेसर इंण्डस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन ने भरोसा दिलाया है कि वे मानेसर पॉलिटैक्रिक कालेज के विद्यार्थियों को 18 महीने का प्रशिक्षण देकर रोजगार देंगें।
एआईसीटीई के उपाध्यक्ष श्री एम.पी. पूनिया ने तकनीकी क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासो के लिए हरियाणा की प्रशंसा करते हुए कहा कि हरियाणा तकनीकी शिक्षा के मामले में पूरे देश में काफी आगे चल रहा है और जो भी यहां से पाठयक्रम अथवा नीति बदलाव के सुझाव भेजे गए थे, उन्हें मंजूर कर लिया गया है।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों को रोजगार देने के संबंध में प्रशिक्षण व प्लेसमेंट हेतु विभिन्न कंपनियों के साथ 17 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा, पांच उत्कृष्टता केन्द्र भी स्थापित करने के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस मौके पर सेंट्रलाइज एलूमनाई तथा कारपोरेट अफेयर सैल की वेबसाईट की भी शुरूआत मुख्यमंत्री ने की। मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों ने तकनीकी शिक्षा विभाग की पुस्तिका प्रज्ञान-2018 का भी विमोचन किया। इस मौके पर कॉलेज परिसर में विद्यार्थियों द्वारा 102 मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई गई थी जिसका मुख्यमंत्री तथा अन्य अतिथियों ने अवलोकन किया और मॉडलों में रूचि दिखाकर विद्यार्थियों का हौंसला बढाया। मुख्यमंत्री व अन्य अतिथियों ने कार्यक्रम के दौरान दीप प्रज्जवलित भी किए।
इस अवसर पर पटौदी की विधायक श्रीमती बिमला चौधरी, गुरुग्राम मण्डल के आयुक्त डा. डी. सुरेश, तकनीकी शिक्षा विभाग के महानिदेशक डा. आर एस ढिल्लों, निदेशक कृष्ण कुमार कटारिया, एआईसीटीई से एम. पी. पूनिया, गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त श्री संदीप खिरवार, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, विभिन्न तकनीकी शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य , अध्यापक, शिक्षकों के साथ-साथ उद्योगों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।