अच्छी व बुरी सोच का मिलता है परिचय
पश्चिमि सभ्यता ने हमारे देश में भी घर बना लिया है। हम जब भी किसी भी व्यक्ति से मिलते हैं तब हाथ जोड़ कर अभिवादन नहीं करते बल्कि हाथ मिला कर स्वागत करते हैं। अब तो पुरुष क्या महिलाओं ने भी इसी परंपरा का निर्वाह करना शुरू कर दिया है। लेकिन हम हाथ मिलाने की पीछे के विज्ञान से अनभिज्ञ रहते हैं। अगर हम इसे जान जाएं तो सामने वाले व्यक्ति को परखना हमारे लिए आसान हो जाएगा। अतएव जीवन की सफलता की दृष्टि से इसे जरूर जानना चाहिए।
हाथ मिलाते समय हम उस व्यक्ति की हथेली की संरचना व स्थिति को परख सकते हैं। तब यह जानना आसान होता है कि व्यक्ति का हाथ सख्त है या कोमल, मोटी है या पतली, उसके हाथ मिलाने का तरीका क्या है? ऐसी कुछ बातें हैं जिन पर हम ध्यान देंगे तो किसी भी व्यक्ति के चरित्र व स्वभाव को समझना आसान होगा।
ज्योतिष शस्त्र ने हथेलियों की संरचना व हाथ मिलाने की विधि को स्पष्ट शब्दों में परिभाषित किया है जो हमारे लिस उपयोगी है:
मोटी,भारी व कोमल हथेली
जिन लोगों की हथेली मोटी, भारी और कोमल होती है, सामान्यत: वे कामुक व्यक्ति होते हैं। ऐसे लोग विलासिता पूर्ण जीवन व्यतीत करते हैं। सुख-सुविधाओं मे रहने वाले ऐसे पुरूषों पर सामान्यत: स्त्रियों पर बड़ा प्रभाव रहता है।
कसकर हाथ मिलाना
कसकर और आत्मविश्वास के साथ हाथ मिलाने वाले अच्छे स्वभाव के व्यक्ति होते हैं। दूसरों को बराबरी का दर्जा देते हैं। भरोसेमंद होते हैं । साथ ही अन्य लोगों पर भरोसा भी करते हैं। ऐसे लोग किसी भी कार्य को सफलता पूर्वक करते हैं।
पतली व कोमल हथेली
पतली कोमल हथेली वाले पुरुष आलसी प्रवृत्ति के होते हैं। ऐसे लोग आरामपसंद होते हैं। इनमें कामुकता भी काफी अधिक होती है।
लचीली व कठोर हथेली
लचीली, लेकिन कठोर हथेली व समान उंगलियों वाले लोग स्थिर मन वाले होते हैं। इस प्रकार के लोग मेहनती, किसी भी बात को जल्दी समझने वाले और सभी से समान व्यवहार करने वाले होते हैं।
हाथ मिलाते वक्त एक हाथ पीछे की ओर खुला रखे
हाथ मिलाते समय अपना दूसरा हाथ पीठ की ओर खुला रखने वाले लोग खुद पर विश्वास करने वाले होते हैं। सामान्यत: ऐसे लोग दूसरों के साथ आसानी से नहीं घुलते-मिलते हैं।
सीधा व तना हाथ रखने वाले
कुछ लोग हाथ मिलाते समय अपना हाथ सीधा और तना रखते हैं। ऐसे व्यक्ति व्यवहारिक और मिलनसार होते हैं। और सभ्य भी होते हैं। ये मानसिक तौर पर परिपक्व भी होते हैं।