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एक जुट होने की बात करने वाली कांग्रेस की हर सभा में फूट नजर आती है
भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर के दौरे पर बंटे नजर आए कांग्रेसी
यूनुस अलवी
मेवात : कांग्रेस पार्टी भले ही अपने आप को एक जुट होने की बात कर रही हो लेकिन आये दिन इनकी फूट उजाकर हो ही जाती है। आज भी मेवात से विधान सभा का चुनाव लडने वाले नेता हुड्डा और तंवर गुट में बंटते नजर आ रहे हैं। पिछले दो सालों में पूर्व मुख्य मंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर की कई रैली और दौरे हो चुके हैं लेकिन मेवात के नेता कभी एक साथ नजर नहीं आऐ। मेवात में ऐसे बहुत ही कम नेता है जो दोनो नेताओं के प्रोग्रामों में शिर्कत करते हैं।
शनिवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर नूंह जिला के बडे गांव सिंगार पहुंंंचे जहां उन्होने बाबा भीम राव अम्बेडकर की 127वीं जयंती मनाई। इस जयंती समारोह में समाज के सभी लोगों को बुलाया गया था। इस समारोह में पुन्हाना विधान सभा से टिकिट मांगने वाले इब्राहीम इंजिनियर, सुभान खां, अखतर काटपुरी, जिला पार्षद तारीफ खुरशीद, ऐजाज काटपुरी और समारोह के आयोजक सहाब खां पटवारी में से केवल इब्राहीम इंजिनियर, तारीफ खुरशीद और सहाब खां पटवारी ही नजर आऐ। वहीं फिरोजपुर झिरका विधान सभा क्षेत्र से अमन अहमद वे मोहम्मदी बेगम जो अशोक तंवर के गुट के माने जाते है वे ही नजर आऐ। इसके अलावा इस समारोह में कांग्रेस के पूर्व परिहवन मंत्री आफताब अहमद, पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद जैसे बडे नेता कहीं नजर नहीं आऐ। इससे साफ जाहिर हो गया की मेवात कांग्रेस पार्टी हुड्डा और तंवर गुट में बंटी हुई है।
अम्बेडकर जयंती के आयोजक ंव पुन्हाना विधान सभा से टिकिट मांग रहे सहाब खां पटवारी ने बताया कि ये प्रोग्राम कांगे्रस पार्टी का था। अम्बेडकर प्रोग्राम में शामिल होने के लिए उसने पूर्व मंत्री आफताब अहमद, पूर्व मंत्री आजाद मोहम्मद, कांग्रेस टिकिट पर पिछला चुनाव लड चुके अखतर हुसैन काटपुरी, सुभान खां और ऐजाज काटपुरी को फोन से सूचना दी थी और सभी ने आने का भरोसा भी दिलाया था लेकिन हुड्डा गुट का कोई नेता नहीं आया।
वहीं पूर्व परिवहन मंत्री एंव कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष आफताब अहमद ने कहा की पार्टी में कोई फूट नहीं है बल्कि सभी नेता पार्टी के लिए काम कर रहे है। जिस भी आदमी को पार्टी की टिकिट मिलेगी सभी कार्यकर्ता उसे जिताने की पूरी कोशिस करेगें। वहीं गांव सिंगार में अम्बेडकर जयंती में शामिल ना होने पर उन्होने कहा कि उनका पहले से ही प्रोग्राम तय था।