अपने शुभ अवसर पर एक-एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए : राष्ट्रसंत मुनि तरूण सागर

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राष्ट्रसंत मुनि तरूण सागर पार्क का मंगल प्रवेश कार्यक्रम आयोजित

अपने शुभ अवसर पर एक-एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए : राष्ट्रसंत मुनि तरूण सागर 2गुरुग्राम: 01 अप्रैल :  आज क्रांतिकारी राष्ट्रसंत तरूण सागर महाराज ने नगर निगम व सेक्टर 14 जैन समाज के प्रयास से निर्मित राष्ट्रसंत मुनि तरूण सागर पार्क में मंगल प्रवेश किया।

इस अवसर पर सेक्टर 14 जैन समाज के प्रधान एडवोकेट रविन्द्र जैन ने महाराज जी के जीवन का परिचय देते हुए बताया कि मात्र 13 वर्ष की आयु में महाराज जी ने सन्यास लिया, 20 वर्ष की आयु में मुनि दिक्षा ली, 33 वर्ष की आयु में लाल किले पर राष्ट्र को सम्बोधित किया। 35 वर्ष की आयु में राष्ट्रसंत की उपाधि के लिए विभूषित किये गये, 38 वर्ष की आयु में सेना द्वारा गार्ड आफॅ आनर दिया गया। 44 वर्ष की आयु में छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की विधानसभाओं को सम्बोधित किया। 48 वर्ष की आयु में आर्ट आफॅ लिविंग द्वारा आयोजित संत सम्मेलन में प्राधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व 35 लाख लोगों व दुनियाभर के 2000 संतों में शीर्षत संतों में विराजमान रहे। महाराज श्री ने अपने प्रवचनों में जैन समाज के प्रयासों द्वारा पार्क विकसित करने की प्रशंसा की। महाराज ने कहा कि शुद्ध वातावरण के लिए हमें हरे-भरे पार्क बहुत जरूरी है। हम सभी को अपने शुभ अवसर पर एक-एक पेड जरूर लगाना चाहिए।

रविंद्र जैन ने आगे बताया कि 17 दिसम्बर 2017 को हरियाणा सरकार में मंत्री कविता जैन, विधायक उमेश अग्रवाल, मेयर मधु आजाद व पार्षद अनूप सिंह द्वारा पार्क का विधिवत उदघाटन किया गया था और राष्ट संत मुनि तरूण सागर के नाम से पार्क का नामकरण किया गया था। जैन समाज सेक्टर 14 के द्वारा इसमें बच्चों के लिए सुंदर झूले व पौधे लगाए गए हैं तथा पार्क में जल्द ही एक जिम, फाउंटेन, छत्तरी व म्यूजिक सिस्टम लगाया जाएगा ताकि सुबह-सांय भजन संध्या हो सके।

इस अवसर पर जैन मंदिर शिकोहपुर के प्रधान राकेश जैन, महावीर पार्क के प्रधान सतीश जैन, देवेन्द्र जैन, आरबल्यूए सेक्टर-14 प्रधान नंदा जी, बी डी पाहुजा, कल्याण सिंह एडवोकेट, मुकुल जैन, सुनील, निर्मिल जैन, अशोक जैन, राजकुमार जैन, जैन समाज के प्रवक्ता व महावीर इंटरनेशनल के प्रधान अभय जैन, संजय जैन, उद्योगपति संजीव अग्रवाल, सी पी जैन, विजय जैन, सविता जैन, सरिता जैन, मीना जैन व सैंकडों धर्मप्रेमी मौजूद थे।

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