गुरूग्राम, 28 मार्च। नगर निगम गुरूग्राम द्वारा शहरी क्षेत्र में की जा रही जातिगत सर्वेक्षण-2018 का कार्य प्रगति पर चल रहा है। यह सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है तथा इसमें सभी आरडब्ल्यूए प्रतिनिधि एवं नागरिक सहयोग करें, ताकि सही एवं सटीक डाटा तैयार किया जा सके।
इस बारे में जानकारी देते हुए नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त यशपाल यादव ने बताया कि यह संज्ञान में आया है कि कुछ रिहायशी सोसायटियों में जातिगत सर्वेक्षण करने वाले प्रगणकों को अंदर जाने से मना किया जा रहा है। ऐसे में समय पर यह कार्य पूरा कर पाना मुश्किल हो सकता है। उन्होंने आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों एवं नागरिकों से अनुरोध किया कि यह जातिगत सर्वेक्षण माननीय पंजाब एंव हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा जारी आदेशों की पालना मेें करवाया जा रहा है इसलिए जरूरी है कि इसे समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए। उन्होंने बताया कि यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है तथा जितना सही एवं सटीक डाटा प्राप्त होगा, सरकार को जनकल्याणकारी योजनाएं बनाने में आसानी होगी। सभी आरडब्ल्यूए एवं नागरिक उनके यहां आने वाले प्रगणकों को सहयोग दें। सरकार द्वारा कई जनकल्याणकारी योजनाएं एवं अनुदान योजनाएं बनाई जाती हैं, जिनमें जातिगत सर्वेक्षण का महत्वपूर्ण योगदान है।
एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर एवं जातिगत सर्वेक्षण-2018 के लिए नगर निगम गुरूग्राम क्षेत्र के लिए नियुक्त कोर्डिनेटर वाई एस गुप्ता के अनुसार बुधवार, 21 मार्च को नगर निगम क्षेत्र में जातिगत सर्वेक्षण शुरू किया गया था। इसके तहत 2331 ब्लॉक बनाए गए हैं तथा प्रत्येक 3-4 ब्लॉक पर एक प्रगणक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रगणकों के अलावा सुपरवाईजर भी नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम के संयुक्त आयुक्त अपने-अपने जोन के कोर्डिनेशन ऑफिसर हैं तथा जोनल टैक्सेशन ऑफिसर को चार्ज ऑफिसर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। नागरिकों के पास जाने वाले प्रगणक नगर निगम गुरूग्राम द्वारा अधिकृत व्यक्ति हैं, इसलिए सभी नागरिक एवं आरडब्ल्यूए प्रतिनिधि बिना किसी झिझक के उनका सहयोग करें और उन्हें सही जानकारी उपलब्ध करवाएं, ताकि निर्धारित समय पर सही एक सटीक डाटा सरकार के पास भिजवाया जा सके।
जातिगत सर्वेक्षण शुरू , निगमायुक्त ने आर डब्ल्यूए से सहयोग करने को कहा
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