छात्रों के दो गुटों में हुई थी मारपीट
पुलिस ने आपराधिक धाराओं में किया मुकदमा दर्ज
एक विशेष जाती के छात्रों की शिकायत पर लूटपाट की धारा भी लगा दी
लोगों की मांग : पुलिस दोनों गुटों को बैठा कर समझौता करवाये
लोगों का आरोप : पुलिस फैला रही है जातिवाद
फरीदाबाद , (धर्मेंद्र यादव ) : फरीदाबाद की मानव रचना यूनिवर्सिटी में छात्रों के दो गुटों में हुई मारपीट के मामले में एक गुट के सैंकडो लोगो ने पुलिस कमिश्नर अभिताभ सिंह ढिल्लो से मुलाकात की। मिलने पहुंचे लोगो ने पुलिस पर जातिवाद फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मामूली सी मारपीट को पुलिस ने विशेष समुदाय के कहने पर अपराधिक रूप देते हुए लूट, चैन स्नैचिंग और अन्य अपराधिक जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इससे कालेज में पढ रहे बच्चों का भविष्य खतरे में है । उनकी मांग है कि पुलिस जातिवाद को बढ़ावा न देते हुए दोनों पक्षों को एक साथ बिठाकर समझौता करवाये ताकि छात्रों का भविष्य खराब न हो।
सैंकडों की संख्यां में एक गांव के नहीं बल्कि कई गांवों की सरदारी अपने बच्चों के भविष्य को बचाने के लिये पुलिस कमीश्रर फरीदाबाद के कार्यालय सैक्टर 21 में पहुंचे । लोगों का कहना है कि पुलिस जातिवाद फैला रही है और विशेष जाति के कहने पर उनके बच्चों पर कई आपराधिक मामले दर्ज किये गये हैं। दरअसल मामला 16 मार्च का है जब फरीदाबाद की मानव रचना यूनिवर्सिटी में पढने वाले छात्रों के दो गुटों में मामूली बात पर झगडा हो गया था जिसमें दोनों गुटों के छात्रों चोटें आई थी, और गाडियों के शीशे भी तोडे गये थे।
इस पूरे मामले में पुलिस ने एक पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी। मगर पुलिस ने जो मामला दर्ज किया है वह मारपीट के साथ – साथ लूट, चैन स्नैंचिंग और कई आपराधिक धाराओं के तहत किया है । इससे बच्चों का भविष्य खराब हो सकता है। इसी का विरोध करने और उचित कार्रवाई की मांग करने के लिये कई गांवों के लोग सीपी से मिलने पहुंचे और उनसे मुलाकात कर अपनी बात रखी।
इस बारे में गांव के मौजिज बुजुर्ग रघुवीर ने बताया कि पुलिस के द्वारा विशेष समुदाय के लोगों के कहने पर लगाई गई धाराओं को लेकर पुलिस कमीश्रर से मुलाकात हुई है जिसमें कमीश्रर ने उन्हें उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, क्योंकि पुलिस ने जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है उन धाराओं के अनुसार तो बच्चों की पढाई छूट जायेगी और वह एक मुजरिम बन जायेंगे।
वहीं छात्रों के परिजनों ने बताया कि पुलिस ने उन छात्रों के नाम भी मामला दर्ज किया है जो मारपीट के दौरान मौके पर ही नहीं था। इनका सबूत वो देने के लिये भी तैयार है मगर पुलिस कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है, अगले महीने में छात्रों के पेपर है अगर उन्हें जल्द ऐसे आपराधिक मामलों से बाहर नहीं निकाला गया तो उनका भविष्य खतरे में पड जायेगा, जिसके लिये पुलिस कमीश्रर ने भी कहा है कि चार्जशीट पेश करने के बाद भी कुछ हो पायेगा। मगर तब तक तो छात्रों के पेपर भी पूरे हो चुके होंगे और उनका भविष्य भी बर्बाद हो चुका होगा।
फरीदाबाद में दो विशेष गुटों की आपसी लडाई में दिल्ली के रहने वाले विनोद भाटी के बच्चे को भी खामियाजा भुगतना पड रहा है, जबकि उसने अपने बच्चे का 6 माह पहले ही कालेज में एडमिशन करवाया है जो कि दिल का मरीज भी है, उन्होंने तो अपने बच्चो को पुलिस के हवाले भी कर दिया है मगर जिस प्रकार पुलिस ने मारपीट के केस में धारायें लगाई है उनसे तो उसके बच्चे की जिंदगी खराब हो जायेगी।