गुरुग्राम, 14 मार्च- देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गृह मंत्रालय में टेररिज्म पर अंकुश व रोक लगाने तथा मोनिटरिंग के लिए नई डिवीजन का सृजन किया गया है। आतंकवाद का दंश झेल रहे देशो को सहयोग और समन्वय के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आतंकवाद को खत्म करने के लिए डेवेल्पमेंट के एजेंडे से आगे बढ़ी है और सरकार ने टेररिज्म को खत्म करने के लिए नोटबन्दी का निर्णय लिया, जिससे उनकी फंडिंग रूक गई।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज गुरुग्राम में इंडिया फाउंडेशन द्वारा आयोजित चौथी काउंटर टेररिज्म कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि डेवलोपमेन्ट के एजेंडे में एजुकेशन, हेल्थ जैसे क्षेत्रों में कार्य किया गया ताकि टेररिज्म को खत्म किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार टेररिज्म को खत्म करने के लिए सतत प्रयास कर रही है और दुनिया को भी आंतकवाद को खत्म करने के लिए सतत प्रयास करते रहने चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में बेशक आतंकवाद की गतिविधियों वर्षों से चल रही हैं लेकिन भारत का सामाजिक ताना-बाना उससे प्रभवित नहीं हुआ है। इसके अलावा, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में भी हमारे सामाजिक ताने-बाने पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इस अवसर पर बोलते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा को परोक्ष रूप से आंतकवाद का दंश झेलना पड़ता है क्योंकि राज्य के 10 प्रतिशत युवा देश के सेना बलो में कार्यरत है और जब कभी भी देश के सुरक्षा और रक्षा में आंतकवाद से लडऩे की बात होती है तो हमारे जवान शहीद होते हैं। इसलिए दुनिया के सारी शक्तियों को मिलकर इसका मुकाबला करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आतंकवाद के बारे में चिंता जताते है और दुनिया भी इस बारे में चिता करती है कि शान्ति कायम करने में आंतकवाद एक बाधा है और इसे रोकने में एनेर्जी लगती है। उन्होंने कहा कि ग्लोबलिसशन बढ़ा हैं और आंतकवाद भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि इंडिया आंतकवाद से काफी पहले से जूझ रहा है चाहे पंजाब की बात हो या नार्थ ईस्ट की, नक्सलवाद की हो, जम्मू-कश्मीर की हो या मुम्बई की बात हो या संसद हमले की बात हो। इन सबने चिंतित किया है। इन सबसे निपटने के लिए ठोस रणनीति बनानी होगी। चाहे एन्टी या काउंटर टेररिज्म मेथड हो और इससे मानवता की सेवा हो सकेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि आतंकवाद भयंकर और निर्दयी है जिसके कारण हजारों लोग मरते हैं। दुनिया के सारी शक्ति को मिल कर मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के और भी पहलू भी है जैसे कि साइबर टेररिज्म में युवायों को भडक़ाने का काम किया जाता है। उन्हें उकसाया जाता है। इस पर रोक लगाने के लिए विचार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज यहां दुनिया भर के लोग व प्रतिनिधि आये हुए है। इन सबका हरियाणा व गुरुग्राम में इस अंतरराष्ट्रीय महत्वपूर्ण के विषय पर तीन दिन की चर्चा पर आने के लिए स्वागत करता हूँ। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर वे इंडिया फॉउंडेशन को भी बधाई देते है।
इस मौके पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा, नेपाल के वित्त मंत्री युवराज खातिवाड़ा, अफगानिस्तान के नेशनल सिक्योरिटी के पूर्व निदेशक रहमुतुल्लाह नाबिल भी उपस्थित थे।