राज्य सरकार ने लिया व्यवस्था में बदलाव का निर्णय
संबधित उपायुक्त कार्यालय द्वारा जारी किया जाएगा प्रशिक्षु अधिकारियों का वेतन
सुभाष चौधरी/प्रधान संपादक
चण्डीगढ़, 12 फरवरी : हरियाणा सरकार ने प्रशिक्षण अवधि के दौरान आईएएस और एचसीएस अधिकारियों का वेतन जारी करने की प्रक्रिया को सुचारू बनाने तथा इस संबंध में किसी असुविधा से बचने के लिए, इसे अद्यतन करने का निर्णय लिया है। एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि यह ध्यान में आया है कि आईएएस और एचसीएस अधिकारियों को हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान(हिपा), गुरुग्राम में राजस्व-सह-संस्थागत प्रशिक्षण तथा अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल होते समय अपना वेतन निकालने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि आईएएस और एचसीएस अधिकारी द्वारा सेवा ग्रहण करने के तुरंत बाद, अवर सचिव (सामान्य), हरियाणा सिविल सचिवालय द्वारा ई-सेलरी अकाउंट या सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) खाता खोलने की प्रक्रिया तथा अन्य प्रारंभिक औपचारिकताएं आरंभिक (सचिवालय) प्रशिक्षण शुरू होने के पहले सप्ताह के दौरान पूरी की जाएंगी। ऐसे अधिकारियों के जिला प्रशिक्षण की पूरी अवधि के लिए, उनका वेतन संबधित उपायुक्त के कार्यालय द्वारा जारी किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि जब भी कोई आईएएस और एचसीएस अधिकारी हिपा, गुरुग्राम में प्रारंभिक प्रशिक्षण के लिए जाएगा तो उनका वेतन उपायुक्त, गुरुग्राम के कार्यालय द्वारा राजस्व विभाग के खाते के प्रासंगिक शीर्ष से निकाला जाएगा। अन्य सभी घरेलू या विदेश में प्रशिक्षणों की अवधि के लिए उस अधिकारी को वेतन उस विभाग द्वारा दिया जाएगा जहां से वह प्रशिक्षण के लिए गया है। यदि प्रशिक्षण के लिए सेवा मुक्त होने से पहले उस अधिकारी द्वारा अधिकृत पद के समक्ष कोई अन्य अधिकारी नियुक्त है तो उसका आहरण एवं वितरण अधिकारी नए अधिकारी की ज्वाइनिंग की तिथि से प्रशिक्षणाधीन अधिकारी का अंतिम वेतन प्रमाणपत्र (एलपीसी) अवर सचिव (सामान्य), हरियाणा सिविल सचिवालय को भेजेगा।
उन्होंने बताया कि उस अधिकारी का वेतन तब तक अवर सचिव (सामान्य), हरियाणा सिविल सचिवालय द्वारा निकाला जाएगा जब तक कि वह नए स्थान पर ज्वाइन नहीं कर लेता। अन्य मामलों में, अधिकारी का वेतन नियुक्ति के उस स्थान से निकाला जाता रहेगा जहां से वह प्रशिक्षण पर गया है।