पूर्व डीजीएमओ ने खोली कांग्रेस के झूठ की पोल !

Font Size

कहा कांग्रेस के ज़माने में कभी नहीं सर्जिकल स्ट्राइक

 

लोकल लेवल की कार्रवाई की गयी थी

नई दिल्ली : यूपीए के कार्यकाल में भारतीय सेना ने कोई भी सर्जिकल स्ट्राइक नहीं की थी . इस हकीकत का बेबाक खुलासा तत्कालीन डीजीएमओ ले. जनरल विनोद भाटिया ने एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में किया.  उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि यूपीए कार्यकाल में कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं हुई थी.

 

एक्शन व सर्जिकल स्ट्राइक में बड़ा फर्क

भारतीय सेना के पूर्व डीजीएमओ उनके अनुसार पहले क्रॉस बॉर्डर ऑपरेशन हुए जिसमें कोई ज्यादा सोच विचार नहीं किया गया था. उन्होंने इस बात पर बल दिया कि आप उन्हें किसी भी सूरत में सर्जिकल स्ट्राइक नहीं कह सकते हैं. उनका मानना है कि सर्जिकल स्ट्राइक और तब जो एक्शन लिया उनमें कोई तुलना नहीं की जा सकती . उनके शब्दों में सेना की ओर से की जाने वाली इन दोनों प्रकार की कार्रवाई में बड़ा अंतर होता है.

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दोनों की प्लानिंग और परिणामों में भी बड़ा अंतर होता है. देश के कई सैनिक विशेषज्ञ भी इस बात से सहमत हैं कि कांग्रेस ने जो दावा किया है वह बदले में लिया गया एक्शन था उसे सर्जिकल स्ट्राइक नहीं कहा जा सकता.

पूर्व डीजीएमओ ने कांग्रेस के दावे कि पोल खोलते हुए ध्यान दिलाया कि  पहले जो सेना की कार्रवाई थी वह  बहुत ही स्थानीय स्तर की थी. वह किसी भी दृष्टि से स्ट्राइक नहीं बल्कि उसे ऑपरेशन कहा जा सकता है.  उनमें ज्यादा विचार विमर्श करने कि जरूरत नहीं पड़ी थी .

क्या हैं सीमा पर सेना की जिम्मेदारियां ?

ले. जनरल विनोद भाटिया के अनुसार सीमा पर सेना के चार महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होती है. पहला एलओसी को मैंनटेन करना, दूसरा भारतीय सीमाओं की रक्षा करना, तीसरा सीमापार से हो रही आतंकी घुसपैठ को रोकना (काउंटर इनफिल्ट्रेशन), और चौथा काम होता है कि अपनी दुश्मन सेना पर वर्चस्व बनाए रखना.

उल्लेखनीय है कि ले. जनरल विनोद भाटिया वर्षा 2012 से वर्ष 2014 तक सेना के डीजीएमओ पद पर तैनात थे.  उनका अनुभव बताता है कि सर्जिकल स्ट्राइक के लिए सरकार के कई विभाग पूरी तरह से एक साथ मिलकर काम करते हैं जों कि तब नहीं किया गया था.

 

क्या दावा किया था कांग्रेस ने ?

गौरतलब है कि मोदी सरकार कि ओर से एलओसी के पास भारतीय सेना कि ओर से सर्जिकल हमले करने के बाद कांग्रेस पार्टी भी यह दावा करते हुए मैदान में कूद गयी थी कि यूपीए के कार्यकाल में भी सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी. यह दावा कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपने ट्विटर हैंडल पर जारी एक बयान के माध्यम से किया था .

उनके शब्द थे कि कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सर्जिकल स्ट्राइक का पूरा समर्थन किया है.  कांग्रेस पार्टी को भारतीय सेना के पराक्रम में पूरा विश्वास करती है. उन्होंने कहा था कि सिर्फ मोदी सरकार के कार्यकाल में ही नहीं हुई सर्जिकल स्ट्राइक बल्कि यूपीए ने भी इसकी  इजाजत सेना को दी थी .

उन्होंने अपने बयान तब और हद कर दी थी जब उन तीन तारीखों का भी जिक्र कर दिया था जिसमें बेतुका दावा किया कि 01-09-2011, 28-07-2013, 14-01-2014 तारीखों कि उन्होंने कहा था कि देशहित को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस पार्टी ने इनका प्रचार नहीं किया था.

You cannot copy content of this page