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गांव के लोगों ने एसपी और डीएसपीसे इसकी शिकायत की है
: फरीदाबाद गैंग रेप के चारों आरोपी पुनहाना इलाके के रहने वाले हैं
यूनुस अलवी
मेवात । फरीदाबाद की एक लडक़ी को अगवा कर स्कॉर्पियों में डालकर अपनी हवस का शिकार बनाने वाले आरोपियों में गांव जमालगढ का नाम आने से गांव जमालगढ के लोग आहत हैं। गांव के लोगों का कहना है कि उनके गांव में अरशद पुत्र नसरू नाम का कोई आदमी ही नहीं हैं। जबकि जिस आरोपी को उनके गांव जमालगढ का बताया जा रहा है वह सीहरी का रहने वाला है। पुलिस और मीडिया बिना तस्दीक के उनके गांव का आरोपी बताकर बदनाम कर रहे हैं।
गांव जमालगढ के सरपंच इमदाद, आजम खां, लियाकत पंच और साबिर ने बताया कि फरीदाबाद में एक लडकी के साथ घिनौना कांड करने वाले आरोपियों से मेवात का नाम आने से पूरा इलाका बदनाम हुआ है। ऐसे आरोपियों को कडी से कडी सजा मिलनी चाहिए। उन्होने बताया कि जिस अरशद पुत्र नसरू को गांव जमालगढ का बताया जा रहा है वह असल में सीहरी गांव का रहने वाला है। गैंगरेप मामले में उनके गांव का कोई आरोपी नहीं हैं। उनका कहना है कि इस बारे में मीडिया और पुलिस दोनो ही गलत रिपोर्ट दे रहे हैं। इस बारे में उन्होने मेवात के एसपी और पुन्हाना के डीएसपी से अपना विरोध जता दिया है।
इस घिनौना कांड को अंजाम देने वालों में संजीव उफऱ् संजू पुनहाना, अरशद सीहरी, अशोक पुन्हाना सहित कुल चार आरोपी है। पुलिस के अनुसार घटना के दिन चारों आरोपी गाड़ी की सर्विस कराने फरीदाबाद गए थे। शुक्रवार को आरोपी संजीव उफऱ् संजू की शादी की चौथी सालगिरह है। संजू पुन्हाना में दूध क्रीम का काम करता है। अशोक पुन्हाना के रहने वाले संजीव उफऱ् संजू के पास नौकरी करता था। तीसरा आरोपी अरशद निवासी सीहरी कार का चालक बताया जा रहा है। पुलिस को चौथे आरोपी की तलाश है। आशंका जताई जा रही है कि चौथा आरोपी भी पुन्हाना इलाके का हो सकता है। क्योंकि एक ही स्कॉर्पियो में सब सवार होकर फरीदाबाद गए थे। कुल मिलाकर गैंगरेप की इस घटना ने समूचे जिले के लोगों को कलंकित करने का काम किया है।