नूंह 18 जनवरी : नई अनाज मंडी नूंह के कृषि विपणन बोर्ड कार्यालय में उद्यान विभाग,कृषि विभाग ,कृषि विपणन बोर्ड,की तरफ से आज भावान्तर भरपाई योजना के अन्र्तगत किसानों के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को मुख्य अतिथि श्री आर.एस.चहल (सयुक्त निदेशक,मृदा) की अध्यक्षता में किया गया। इसमें श्री आर.एस.चहल ने किसानों को भावान्तर भरपाई योजना के बारे में जानकारी दी।
जिला उद्यान अधिकारी डा. बिरेन्द्र सिंह, हुडडा ने भी भावान्तर भरपाई योजना के बारे में किसानों को बताया कि इस योजना में चार सब्जी की फ सलों को रखा गया है। जोकि आलू,प्याज,टमाटर व फ ुल गोभी इत्यादि है। इस योजना में सरकार की तरफ से किसानों के लिए प्रति क्विटंल संरक्षित मूल्य रखा गया है। जिसमें आलू के लिए संरक्षित मूल्य 400/-रुपए प्रति क्विंटल एवं निर्धारित उत्पादन 120 क्विंटल प्रति एकड,प्याज के लिए 500/-रुपए प्रति क्विंटल एवं निर्धारित उत्पादन 100 क्विटंल प्रति एकड, टमाटर के लिए 400/-रुपए प्रति क्विंटल एवं निर्धारित उत्पादन 140 क्विंटल प्रति एकड व फु लगोभी का 500/-रुपए प्रति क्विंटल एवं निर्घारित उत्पादन 100 क्विंटल प्रति एकड रखा गया है। किसान अपना पंजीकरण मार्किट कमेटी कार्यालय या जिला उद्यान अधिकारी के कार्यालय में आलू के लिए 10 अक्टूबर से 30 नंवबर,प्याज के लिए 20 दिसम्बर से 15 फ रवरी,टमाटर के लिए 15 दिसम्बर से 15 फरवरी व फुलगोभी के लिए 15 नवंबर से 31 दिसंबर की अवधि के दौरान आकर करवा सकते है।
उप निदेशक कृषि श्री चांद राम ने कृषि विभाग में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। मार्किट कमेटी के जिला विपणन प्रर्वतन अधिकारी ने किसानों को सहायता के लिए मार्किट कमेटी कार्यालय में सहायता केन्द्र बनवाया है। जिस पर किसान अपना पंजीकरण करवा सकते है एवं किसानों को फसल बिक्री के लिए सहायता करने की बात कही। उद्यान विकास अधिकारी,राजकीय बाग एवं नर्सरी,पिनंगवा श्री सुरेश चन्द ने उद्यान विभाग के अन्र्तगत चल रही विभिन्न योजनाओं एवं किसानों को अनुदान के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में सहायक मृदा संरक्षण अधिकारी डा. यादव ने किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सिचांई योजना के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में उद्यान विभाग,कृषि विभाग,मार्किट कमेटी के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा विभिन्न गावों के सरपंच एवं किसानों ने भाग लिया तथा अपनी-अपनी समस्याऐं तथा सुझाव सयुक्त निदेशक को नोट कराई।