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प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण और मेयर मधु आजाद ने किया कंट्रोल रूम का उद्घाटन
3 करोड़ 37 लाख खर्च
शहर के 15 प्रमुख शहरों की निगरानी का काम शुरू
गुरूग्राम, 3 जनवरी। शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव आनन्द मोहन शरण तथा गुरूग्राम की मेयर मधु आजाद एवं सीनियर डिप्टी मेयर श्रीमती प्रमिला गजेसिंह कबलाना ने वीरवार को नगर निगम गुरूग्राम क्षेत्र में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली का शुभारंभ किया। गुरूग्राम के पुलिस आयुक्त कार्यालय की चौथी मंजिल स्थित कमांड एंड कंट्रोल सैंटर में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली का कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। इस पूरी परियोजना पर 3 करोड़ 37 लाख रूपए की लागत आई है। यह कार्य नगर निगम गुरूग्राम द्वारा किया गया है।
हरियाणा सरकार और नगर निगम गुरूग्राम ने शहर में सर्विलांस मॉनिटरिंग की योजना के तहत लघु सचिवालय, सैक्टर-4/7 चौक और सदर बाजार के बीच 15 स्थानों को कवर करने के लिए आईपी सीसीटीवी सिस्टम का उपयोग करके बाहरी निगरानी प्रणाली स्थापित की है। इन स्थानों पर 61 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें 12 पीटीजेड कैमरे, 44 फिक्सड आईपी कैमरे तथा 5 एएनपीआर कैमरे शामिल हैं। इन कैमरों को पुलिस मुख्यालय स्थित कमांड एंड कंट्रोल सैंटर से जोड़ा गया है। यह कार्य पोलिएक्सेल सिस्टम्स लिमिटेड द्वारा किया गया है। सिस्टम के मुख्य घटकों में वीडियो सर्विलांस, वीडियो एनालिटिक्स, ऑटोमैटिक नंबर प्लेट पहचान प्रणाली तथा इमरजैंसी कम्यूनिकेशन बॉक्स शामिल हैं। वीडियो सर्विलांस के तहत अपराध की रोकथाम, यातायात नियंत्रण, सार्वजनिक आयोजनों और जुलूस आदि विशेष कार्यक्रमों पर सुरक्षा की दृष्टि से विशेष स्थानों पर वाहनों और जनता की निगरानी और रिकॉर्डिंग होगी। अगर कोई व्यक्ति सीसीटीवी कैमरों के साथ छेड़छाड़ करेगा तो इस बारे में कंट्रोल रूम में अलर्ट आ जाएगा। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों की 15 दिन की रिकॉर्डिंग की क्षमता होगी।
इस मौके पर श्री आनन्द मोहन शरण ने कहा कि गुरूग्राम पुलिस के लिए कानून और व्यवस्था प्रबंधन उपकरण को प्रभावी रूप से निगरानी प्रदान करने के लिए गुरूग्राम शहर में निगरानी प्रणाली स्थापित की गई है। गुरूग्राम शहर में फ्लोटिंग आबादी तेजी से बढ़ रही और शहर के बड़े क्षेत्रों की निगरानी एक महत्वपूर्ण कार्य बन गया है। सीसीटीवी निगरानी प्रणाली से पुलिस को कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सहायता मिलेगी, यातायात प्रबंधन में सुधार होगा, संदिग्ध लोगों, वाहनों और वस्तुओं की निगरानी होगी तथा नियमित गतिविधियों पर नजर रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पूरे शहर में ऑप्टीकल फाइबर बिछाई जाएंगी तथा नए कैमरे लगाने के साथ-साथ पहले से लगे सीसीटीवी कैमरों को भी कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा। इस प्रकार सैंट्रल कमांड सैंटर में एक जगह पर बैठकर स्ट्रीट लाईट, यातायात संचालन, कानून और व्यवस्था प्रबंधन, पानी कनैक्शन, सिटी बस सर्विस, वेस्ट कलैक्शन से संबंधित जानकारी मिल सकेगी।
नगर निगम आयुक्त एवं गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी. उमाशंकर ने प्रधान सचिव का स्वागत किया तथा बताया कि यह पायलेट प्रोजैक्ट है तथा अगले 15 महीनों में पूरे शहर में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली शुरू करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि सैंट्रल कमांट सैंटर जीएमडीए के कार्यालय में स्थापित किया जाएगा। इस व्यवस्था को शुरू करने वाला गुरूग्राम हरियाणा का पहला शहर बन गया है।
इस अवसर पर गुरूग्राम की मेयर श्रीमती मधु आजाद, सीनियर डिप्टी मेयर श्रीमती प्रमिला गजेसिंह कबलाना, नगर निगम आयुक्त एवं गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी. उमाशंकर, संयुक्त पुलिस आयुक्त दीपक गहलावत, डीसीपी सुमित कुमार एवं अशोक बख्शी, एसीपी राजीव यादव, नगर निगम के चीफ इंजीनियर एमआर शर्मा, एसई एनडी वशिष्ठ, एक्सईएन धर्मबीर मलिक, एसडीओ पवन, जेई मोंगिया, निगम पार्षद अश्विनी शर्मा, पोलीएक्सेल से राजीव शरद सहित पुलिस विभाग एवं नगर निगम के अधिकारीगण उपस्थित थे।