शिक्षा व रेल से वंचित रखकर नेता मेवात को गुलाम बनाकर रखना चहाते हैं : यूनुस अलवी

Font Size

हमारा अधिकार मोर्चा के संयोजक के नेतृत्व में मेवात यूनिवर्सिटी और रेल की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन

हाथों में तखती और बेनर लेकर किया विरोध प्रदर्शन

यूनुस अलवी

मेवात :  मेवात में यूनिवर्सिटी और रैल की डिमांड को लेकर हमारा अधिकारा मोर्चा संगठन के बेनर तले शनिवार को पुन्हाना खंड के बडे गांव बीसरू में विरोध प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर आसपास के गावों के भी प्रमुख लोगों ने भाग लिया। हमे चाहिए यूनिवर्सिटी, हमें चाहिए रैल के भी जमकर नारे नारे लगाऐ गऐ। इस मौके पर युवाओं ने हाथों में बेनर और तख्तियां ली हुई थी। अधिकार मोर्चा संगठन के लोगों का आरोप है कि जब प्रदेश के सभी जिलो में यूनिवर्सिटी है तो मेवात में क्यों नहीं है। आजादी के 70 साल बीत जाने के बाद भी मेवात को रेलवे लाईन से ना जोडने और मेवात में यूनिवर्सिटी स्थापित ना किए जाने को संगठन के लोगों ने पूर्व की सरकार और मेवात के राजनेताओं को जिम्मेदार ठहराया है। हमारा अधिकार मोर्चा के सदस्यों का कहना है मेवात में यूनिवर्सिटी स्थापित करने और मेवात को रेलवे लाईन से जोडने की मांग को सरकार तक पहुंचाने के लिए मेवात के बडे गांवो में प्रदर्शन किया जाऐगा उसके बाद ब्लोक और जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन कर सरकार को ज्ञापन सौंपा जाऐगा।

  हमारा अधिकार मोर्चा के संयोजक एंव पूर्व जिला पार्षद यूनुस अलवी का कहना है कि मेवात के नेताओं ने कभी नही चाहा कि मेवात में यूनिवर्सिटी स्थापित की जाऐ ना ही उन्होने रेल से मेवात को जोडने का प्रयास किया। उनका आरोप है कि शिक्षा और रेल से वंचित कर मेवात के नेता यहां की जनता को गुलाम बनाकर रखना चहाते हैं। उनको डर है कहीं यवा पढ गऐ तो उनके मुकाबले पर अपना हक मांगने वाले बन जाऐगें। मेवात की जनता चुनावों से पहले यहां के नेताओं से उनके शासन काल का जवाब तलब करेगी। 

 हमारा अधिकार मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अखतर हुसैन झारोकडी, मीडिया प्रभारी तौशीफ बीसरू का कहना है कि सभी सरकारों ने मेवात के साथ भेदभाव किया है। मेवात के राजनेताओं ने यूनिवर्सिटी स्थापित करने और मेवात को रेलवे लाईन से जोडने की ओर कभी ध्यान नहीं दिया। उनका कहना है कि हरियाणा के सभी जिलो में यूनिवर्सिटयां है लेकिन मेवात में क्यों नहीं है? जबकि मेवात शिक्षा के क्षेत्र में सबसे पिछडा है। 

   अधिकार मोर्चा के सदस्य इरफान ऐडवोकेट, मतीन सरपंच, हाईकोर्ट के ऐडवोकेट फारूख अब्दुल्लाह, डाक्टर अशफाक आलम और अलमु झांडा का कहना है कि मेवात में यूनिवर्सिटी स्थापित करने की अब मुहिम शुरू कर दी गई है जब तक मेवात में युनिवर्सिटी स्थापित नहीं हो जाती जब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। यूनिवर्सिटी की मांग को लेकर इससे पहलेे गांव बिछौर और आज बीसरू में प्रदर्शन किया गया है। आगामी 24 दिसंबर को मेवात के गांव सिंगार में विरोध प्रदर्शन किया जाऐगा। इसके अलावा जमालगढ, लुहिंगा कलां, पिनगवां, घासेडा, मालब, भादस, उजीना आदि बडे गावों में प्रदर्शन किये जाऐगें। उनके बाद पुन्हाना, नूंह, नगीना, तावडू, नूंह और फिरोजपुर झिरका में खंड स्तरीय फिर मेवात में बडा जिला स्तरीय प्रदर्शन आयोजित किया जाऐगा। अगर फिर भी सरकार नहीं चेती तो चंदीगढ में मुख्यमंत्री के निवास पर हजारों लोगों की संख्या में प्रदर्शन और धरना दिया जाऐगा।

  इस मौके पर फारूख भादस, देशराज प्रजापत, नदीम कुरैशी, आफताब, मुस्ताक सिंगारख् राम अवतार चौहान, अरशद खान, साबिर मलिक, वसीम कुरैशी, आकिब जावेद, वसीम, इरफान ऐडवोकेट, मतीन सरपंच, हाईकोर्ट के ऐडवोकेट फारूख अब्दुल्लाह, डाक्टर अशफाक आलम और अलमु झांडा आदि प्रमुख युवा मौजूद थे।

You cannot copy content of this page