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: पीर दादा चौखा की दरगाह से प्रण लें न दहेज लेंगे और न देंगे: पूर्व मंत्री इलयास
: कार्यक्रम के दौरान गरीब लोगों को बांटे गए कंबल
यूनुस अलवी

इस अवसर पर सहेली संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्षा शबाना खान ने कहा कि दहेज नहीं बेटी है शिक्षा का अधिकार मुहिम को वह पूरे देश में लेकर जाएंगी। बेटी के परिजनों को दहेज का सामान इक्टठा करने की बजाए उन्हें उच्च शिक्षा दिलाना चाहिए। उन्होने मेवात के युवा, उलेमा, राजनेता, चौधरी और पंच-सरपंचों को दहेज के खिलाफ स्वयं पहल करने की अपील की। उनका कहना है कि अगर आज नहीं समझे तो वे दिन दूर नहीं जब दजेह के बिना बेटियों को रिश्ता नहीं होगा।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री मोहम्मद इलियास ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सहेली संस्था ने दहेज प्रथा को रोकने व खत्म करने की बडी अच्छी पहल की है। आज हम सभी को पीर दादा चौखा की दरगाह से प्रण लेना चाहिए कि न दहेज लेंगे और न ही देंगे। अगर कोई दहेज मांगता है तो उस घर में बेटियों का रिश्ता ही न करें।
भाजपा जिला अध्यक्ष सूरेंद्र प्रताप ने कहा कि दहेज सबसे बडा अभिाप है, दहेज मांगने वाले भिखारी होते हैं। दान दें पर दहेज ना लें वहीं हरियाणा हज कमेठी के चेयरमैन ऑरंगजेब ने कहा कि दहेज देने वाली शादियों का बहिष्कार करना चाहिए और नेताओं को इससे शुरूआत करनी होगी तभी दहेज प्रथा रूक सकती है। भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सैयद तैयब हुसैन ने कहा कि दहेज एक रिवाज है जिसे छोडना होगा अपनी बेटियों को दहेज का सामान इकटठा करने की बजाऐ उनको पढाना चाहिए।
इस मौके पर जिला पार्षद जान मोहम्मद, जिला पार्षद वली मोहम्मद, ऐडवोकेट गुलाम नबी, तौसीफ बीसरू, ऐडवोकेट अखतर हुसैन और डाक्टर अशफाक आलम सहित काफी प्रमुख लोग मौजूद थे।