एस आर एस रॉयल हिल्स सोसाइटी के सैकड़ों खरीददारों के साथ धोखाधड़ी
सोसाइटी को गिरवी रख कर बैंक से सौ करोड़ लोन लेकर लगाया चूना
फरीदाबाद , (धर्मेन्द्र यादव ): फरीदाबाद में एस आर एस बिल्डर का एक बड़ा घोटाला सामने आया है. खबर है कि बिल्डर ने एक रेजिडेंशियल सोसाइटी के नाम पर कथित तौर पर 100 करोड़ से ज़्यादा का लोन लिया दूसरी तरफ उस सोसाइटी को निवेशकों को बेच कर भी उनसे पैसे उगाह लिए. उक्त बिल्डर ने लोन नहीं चुकाया. अब बैंक ने सोसाइटी जो बिल्डर ने गिरवी रखा था उस पर चढाई कर दी है.
बैंक ने सोसायटी पर नोटिस चस्पा कर फ्लैट खरीददारों से फ्लेट खाली करने को कहा है. यह सुनकर फ्लेट धारको के पैरों तले जमीन खिसक गयी. उन्हें अब तक इस बात का इल्म नहीं था कि जिस फ्लेट को उन्होंने एस आर एस बिल्डर से खरीदा है वह किसी बैंक के पास गिरवी है. इससे गुस्साए सैकड़ों लोगो ने आज हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल का घेराव किया और बिल्डर पर कानूनी कार्रवाई की मांग की।
सैकड़ों फ्लेट धारकों ने एस आर एस बिल्डर के खिलाफ नारेबाजी की और उद्योग मंत्री का घेराव किया. सभी निवेशक जिन्होंने फरीदाबाद में एस आर एस रॉयल हिल्स सोसाइटी में अपना फ्लैट खरीदा है केबिनेट मंत्री विपुल गोयल से उन्हें न्याय दिलाने की मांग की । लोगो का आरोप है कि एस आर एस ग्रुप के अनिल जिंदल, जेके गर्ग और प्रवीण कपूर ने सैकड़ों लोगो के साथ धोखाधड़ी की है.
लोगो के मुताबिक वह 2014 से रॉयल हिल्स में रह रहे हैं. लगभग सभी लोगों ने अलग अलग बैंकों से लोन लेकर फ्लैट खरीदा है. कुछ दिन पहले केनरा बैंक ने सोसाइटी पर कब्ज़ा लेने के लिए नोटिस चिपका दिया, जिसमें एस आर एस ग्रुप द्वारा इस सोसाइटी के फ्लैट्स के एवज में 100 करोड़ से ज्यादा लोन लेना बताया गया था. बैंक के इस नोटिस के बाद लोग सकते में हैं कि पैसे देने के बावजूद वो अपने फ्लैट के मालिक क्यों नहीं हैं.
अब लोग सरकार से अपना फ्लैट दिलाये जाने की मांग कर रहे हैं और साथ ही सैकड़ों लोगो के साथ धोखाधड़ी करने वाले एस अर्र एस ग्रुप के लोगो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं.
एस आर एस रॉयल हिल्स सोसाइटी निवासी अवनीश ने बताया कि हमें यहाँ रहते हुए 4 साल हो गए. आज हमें पता चला कि यह फ्लैट गिरवी है. फ्लेट खरीददार नवल किशोर के अनुसार अनिल जिंदल और उनके साथियों ने यह धोखाधड़ी की है. यहाँ की निवासी सुनीता का कहना है कि हमें हमारा फ्लैट मिले।
इस मामले में उद्योगमंत्री ने लोगो को आश्वासन दिया कि बिल्डर से बात की जाएगी और लोगों को उनके फ्लैट दिलाये जायेंगे। अगर बिल्डर नहीं मानता तो उसे जेल भी भेजा जायेगा। उद्योग मंत्री में साफ़ तौर पर कहा कि अगर बिल्डर ने नहीं माना तो वह सलाखों के पीछे होगा.