विकास में हरियाणा ने पंजाब को पीछे छोड़ दिया : राव इन्द्रजीत

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सैक्टर-40 स्थित युनिवर्सिटी इंस्टीटयूट ऑफ लॉ एंड मैनेजमेंट स्टडीज में जोनल यूथ फेस्टिवल

गुरुग्राम, 10 नवम्बर। केन्द्रीय योजना, रसायन एवं उर्वरक राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत सिंह ने कहा कि हरियाणा एक विविधताओं वाला राज्य है जहां पर अलग-अलग राज्यों की छवि देखने को मिलती है। वे आज गुरुग्राम के सैक्टर-40 स्थित युनिवर्सिटी इंस्टीटयूट ऑफ लॉ एंड मैनेजमेंट स्टडीज में आयोजित जोनल यूथ फेस्टिवल के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने इस यूथ फेस्टिवल की शुरूआत दीप प्रज्जवलित करके की। इस यूथ फेस्टिवल में गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह, सोहना व पटौदी से 28 टीमें भाग ले रही है। यूथ फेस्टिवल में विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।

कार्यक्रम की शुरूआत गुरु वंदना से की गई जिसमें गुरु की महिमा का गुणगान किया गया था। इसके बाद, विद्यार्थियों ने देश के विभिन्न राज्यों की संस्कृति से जुड़े नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इस प्रस्तुति में हरियाणा, पंजाब , तमिलनाडु व गुजरात सहित कई राज्यों का आपसी सामंजस्य दर्शाया गया था। 

इस अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे भारत को अनेकता में एकता का देश कहा जाता है जहां पर कई भाषाएं बोली जाती है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हरियाणा राज्य के फरीदाबाद जिले में भोजपुरी, मेवात में मेवाती, रोहतक की तरफ जाटु भाषा, हिसार की तरफ  बागड़ी, अंबाला की तरफ पंजाबी भाषा का प्रचलन अधिक है, इस प्रकार हरियाणा में बड़े प्रांतों का प्रभाव देखा जा सकता है। हरियाणा राज्य को लेकर लोगों की मानसिकता थी कि क्या यह कभी कामयाब प्रदेश बन पाएगा। उन्होंने कहा कि जो लोग हरियाणा के बारे में ऐसा सोचते थे उन्हें आज इस बात का अहसास है कि किस प्रकार हमारे हरियाणा ने पंजाब राज्य को पीछे छोड़ दिया है। आज हरियाणा की बराबरी देश के स्मृद्ध राज्यों में की जा रही है। 

उन्होंने कहा कि हरियाणा को स्मृद्ध राज्यों में लाने के लिए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों की भी अहम भूमिका है जिनसे निकलकर विद्यार्थी डॉक्टर, वकील, इंजीनियर तथा उच्च पदों पर आसीन हुए। उन्होंने जोनल यूथ फे स्टिवल के आयोजक ो का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इसमें अपना सहयोग दिया। 

इस अवसर पर महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर बिरेन्द्र के पूनिया, संस्थान की डायरेक्टर संतोष नांदल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। 

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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