अखण्ड भारत सरदार पटेल की देन : डॉ सर्वनारायण झा

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—  संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में पटेल जयंती का आयोजन 

— वी सी ने पटेल को राष्ट्रीय एकता का सबसे बड़ा पुजारी बताया 

— पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को भी याद किया 

-–-  वीसी ने दिलायी सभी को देश के प्रति समर्पित होने की शपथ

दरभंगा। राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता करते हुए मंगलवार को संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सर्वनारायण झा ने कहा कि आज जिस अखण्ड भारत को हम सभी देखते हैं इसकी परिकल्पना व संकल्पना लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की ही थी। शायद वे अगर नहीं होते तो अपने देश का भूगोल व गणित दोनों इस रूप में नहीं दिखता। देश की अखंडता व एकता में उनका बहुत बड़ा योगदान है। हाँ, यह अलग बात है कि सरदार पटेल जैसा भारत बनाना चाहते थे वह अपरिहार्य कारणों से वैसा नहीं बन पाया। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि देश के पहले उप प्रधानमंत्री व गृहमंत्री सरदार पटेल की जयंती व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के निर्वाण दिवस पर दरबार हॉल में आयोजित समारोह का वीसी डॉ झा ने दीप जलाकर उद्घाटन किया एवम माँ सरस्वती , पटेल व श्रीमती गांधी के फोटो पर माल्यार्पण भी किया गया।

डॉ श्रीपति त्रिपाठी के संचालन में चले कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वीसी ने कहा कि सांस्कृतिक व भौगोलिक विविधताओं के बावजूद राष्ट्रीय एकता बनी रहे इसलिए पटेल ने ही मौजूदा भारतीय प्रशासनिक सेवा के ढांचे की नींव रखी और वही समेकित प्रशासनिक व्यवस्था देश में चली आ रही है।

वहीं श्रीमती गाँधी के अवदानों को याद करते हुए वीसी ने कहा कि इनका योगदान भी पटेल से कम नहीं है। स्वतंत्रता के पहले व इसके ठीक बाद पटेल ने एवम मध्यकाल में इंदिरा गांधी ने राष्ट्रीय एकता के लिए ऐतिहासिक अमूल्य कार्य किया। एक ढंग से कहें तो दोनों महापुरुष राष्ट्रीय एकता व अखण्डता के प्रतीक थे। दोनों ने हमेशा सभी को एकता के सूत्र में बांधे रखने का काम किया।

मौके पर वीसी ने कहा कि हम जहाँ भी हैं, जैसा हैं, जिस रूप में हैं, हमें एकता को बनाये रखना है। दोनों महान आत्माओं को यादकर परिवार, समाज, राज्य व देश स्तर पर एकता व अखण्डता के लिए काम करें तभी हमसभी विकसित होंगे और बेशक देश भी विकसित हो सकेगा। डॉ शशिनाथ झा एवम कर्मचारी नेता रघुनन्दन लाल कर्ण व छात्रा राखी कुमारी ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे।धन्यवाद ज्ञापन डॉ शिवाकांत झा ने ज्ञापित किया।

बता दें कि कार्यक्रम की शुरुआत डॉ सत्यवान कुमार के मंगलाचरण व शिक्षा शास्त्र की छात्राएं माधवी, निधि,कृष्णा व प्रियंका के कुलगीत से की गई। मौके पर पीजी साहित्य विभाग की शिक्षिका डॉ रेणुका सिंहा का विशिष्ट शास्त्रीय भाषण भी हुआ।राष्ट्रगान के बाद कार्यक्रम समाप्त किया गया।

 

—वीसी ने दिलायी शपथ—-

कार्यक्रम के मौके पर कुलपति डॉ झा ने उपस्थित सभी कर्मियों व छात्रों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलायी।कुलपति की अगुआई में सभी ने एक साथ शपथ पत्र को दुहराया। शपथ पत्र इस तरह था — ” मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूँ कि राष्ट्र की एकता, अखण्डता, और सुरक्षा को बनाये रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूँगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भरसक प्रयत्न करूँगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूँ जिसे सरदार बल्लभ भाई पटेल की दूरदर्शिता एवम कार्यों द्वारा सम्भव बनाया जा सका।मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूँ । “

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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