देश के लिए इंटरनेशनल मेडल हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित करें खिलाड़ी : डी. सुरेश

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हरियाणा स्वर्ण जयंती खेल महा कुम्भ के अन्तर्गत राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता का समापन

मंडलायुक्त ने विजाताओं को किया सम्मानित 

यूनुस अलवी

देश के लिए इंटरनेशनल मेडल हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित करें खिलाड़ी : डी. सुरेश 2मेेेवात, 23 अक्तूबर:– हरियाणा स्वर्ण जयंती खेल महा कुम्भ के अन्तर्गत राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता के समापन अवसर पर आज गुडग़ांव मंडल के आयुक्त डा. डी. सुरेश ने मुख्यतिथि के रुप में शिरकत की। इस मौके पर उन्होंने प्रथम, द्वितीय स्थान की कुश्ती के लिए पहलवानों के हाथ मिलवाकर कुश्ती प्रारंभ करवाई व विजेता पहलावानों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया।
मंडल आयुक्त ने सभी प्रशासनिक अधिकारियों व खिलाडिय़ों को इस प्रतियोगिता के अत्यंत सफल आयोजन पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि हरियाणा ही एक मात्र ऐसा राज्य है जिसकी पूरे भारत में खेल नीति बेहतर है, जिसे अन्य राज्यों को भी सीख लेनी चाहिए। उन्होने खिलाडिय़ों का आह्वान किया कि वे नौकरी व अन्य किसी प्रकार के लालच के लिए खेलों को न अपनाएं बल्कि देश के लिए अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर मैडल दिलाने के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करें। 
 
उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि मैं भी रणजी किक्रेट का प्लेयर रहा हूॅं, परन्तु भविष्य को देखते हुए मेरा रुझान किक्रेट मे कम और कैरियर बनाने में ज्यादा हो गए जिसके कारण में आईएएस की तैयारी कर आप लोगों के बीच में हूॅं, परन्तु यदि ध्यान खेल पर केंद्रीत होता और लक्ष्य एक ही हो तो आसानी से सफलता प्राप्त की जा सकती है चाहे वह किसी भी क्षेत्र या खेल में हो। डा. डी. सुरेश ने कहा कि अब वह समय आ गया है जब पूरे देश सरकार और समाज को खेल में समान रुप से बढावा देने के लिए सकारात्मक योगदान देना होगा, सभी खेलों के लिए प्रर्याप्त दर्शकों का होना अनिवार्य है। एक ही खेल के दिवाने होने की बजाए अन्य खेलों में भी रुची दिखानी चाहिए और अच्छे खिलाड़ी का सम्मान और स्वगात सरकारों व समाज द्वारा भी समय-2 पर किया जाना चाहिए। 
 
उन्होंने कहा कि भारत की आबादी 130 करोड है परन्तु अन्य देशों की तुलना में हमारा प्रदर्शन असंतोष जनक रहा है हमसे गरीब और छोटे देशों भी हमसे अधिक मैडल प्राप्त कर लेते है। उन्होने कहा कि अन्तराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी बनना बहुत कठिन कार्य है। इसके लिए काफी संर्घष, मेहनत कर लक्ष्य की प्राप्ती देश का नाम ऊचां करने का जज्बा हो अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान और मैडल दिला सकता है। उन्होने कहा कि खिलाड़ी हमेश एक अच्छा अनुशाशित और जिम्मेदार नागरिक साबित होता है। निष्ठा, उत्कृष्टा, टीम भावना से कार्य करने की क्षमता केवल खिलाड़ी में हो सकती है।      
 
उपायुक्त अशोक शर्मा ने बताया कि कुश्ती को ताकत का खेल मना जाता था इसलिए उन्हें पहलवान कहा जाता था, लेकिन अब दाव व फूर्ती का खेल बन गया है कब और कहा कोन सा दाव लगाया  जाए यह खिलाडी की प्रतिभा पर निर्भर करता है। उन्होंने सभी खिलाडिय़ों से आह्वान किया कि वो खेल को खेल की भावना से खेले और अगर किसी भी खिलाड़ी की हार होती है वह अपने मन को छोटा न करे हो सकता है वो आगे जाकर कही बड़ी जीत हासिल कर सकता है।    देश के लिए इंटरनेशनल मेडल हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित करें खिलाड़ी : डी. सुरेश 3
 
      ग्रीको रोमन  130 कि.ग्राम फाईनल कुश्ती में आवेश रोहतक को प्रथम व मुबारिक नूंह को द्वितीय तथा 86 कि.ग्राम फ्री स्टाईल के फाईनल में अजय रोहतक प्रथम व सोमवीर महेंन्द्रगढ़ को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। इसी प्रकार ओवर आल चैपिंयन ट्राफी में अंडर 14 में सोनीपत प्रथम स्थान, भिवानी द्वितीय तथा चरखीदादरी तीसरे स्थान पर रहें तथा अंडर 17 में हिसार प्रथम, द्वितीय चरखीदादरी, तीसरे स्थान पर रहे। ग्रीको रोमन में रोहतक प्रथम, झज्जर द्वितीय, हिसार तृतीय स्थान पर रहें। 
 
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक नाजनीन भसीन, अतिरिक्त उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य,एसडीएम नूंह डा. मनोज कुमार, नगराधीश गजेंद्र सिंह, डीएसपी नूंह अमित दहिया, डीडीपीओ राकेश मोर, डीईओ दिनेश शास्त्री, तहसीलदार नूंह बस्तीराम, खेल विभाग की रिटार्ड, उप-निदेशक रोशनी, जिला खेल अधिकारी सुभाष, जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी देवेंन्द्र शर्मा सहित समस्त ग्रामीण, व कोच तथा खिलाड़ी उपस्थित थे।

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