पुलिस शहीद फाऊंडेशन का गठन
सराहनीय कदम : न्यायधीश हरनाम सिंह
पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर 120 लोगों ने
नि:शुल्क कानूनी सहायता दी गयीं
नि:शुल्क हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया
गुरूग्राम। हरियाणा पुलिस हर तरह के अपराधों को नियंत्रित करने में सक्षम है। सुरक्षा की दृष्टि से गुरुग्राम पुलिस सदैव तत्पर रहती है और त्वरित कार्रवाई करने में विश्वास करती है. आज के समय में पुलिस की चुनौती और जिम्मेदारियां काफी बढ़ गई हैं। इसके बावजूद हरियाणा पुलिस जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही है।
उक्त विचार गुरूग्राम के पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार ने पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर पुलिस शहीद फाऊंडेशन हरियाणा के शुभारंभ अवसर पर जिला पुलिस लाईन में आयोजित कार्यक्रम में सैंकड़ों की संख्या में उपस्थित पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आमजन के साथ-साथ पुलिस कर्मचारियों के परिजनों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि शहीदों का सम्मान ही राष्ट्र का सम्मान है। उन्होंने शहीद जवानों के बलिदान की प्रशंसा करते हुए उनके बलिदान से प्रेरणा लेने की बात कही। इसके साथ-साथ श्री खिरवार ने पिछले दिनों कानून व्यवस्था को नियंत्रण में रखने के लिए गुरूग्राम पुलिस के कर्मचारियों एवं अधिकारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सभी अधिकारी और कर्मचारी इसी मेहनत और लगन के साथ कार्य करें, ताकि पुलिस का सेवा-सुरक्षा-सहयोग का नारा पूरा हो सके। उन्होंने फाऊंडेशन का गठन करने वाले सभी पदाधिकारियों और सदस्यों का आभार जताते हुए कहा कि यह हरियाणा का इस तरह का पहला संगठन है, जो पुलिस वैलफेयर के उद्देश्यों को लेकर बनाया गया है। इस अवसर पर उन्होंने फाऊंडेशन के पदाधिकारियों को भरोसा दिलाया कि वे फाऊंडेशन को पूरा सहयोग देंगे। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष देश में 771 पुलिस के वीर जवानों ने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शहादत दी थी। इस साल लगभग 320 पुलिस के वीर जवानों ने अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शहादत दी है। यह संख्या प्रतिवर्ष कम से कम होनी चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर गुरूग्राम के जिला एवं सत्र न्यायधीश हरनाम सिंह ठाकुर ने कहा कि हमें हर हाल में शहीदों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज के प्रति किए गए अच्छे कार्य सभी के लिए काम आते हैं। हमें सभी को अच्छे कार्य करने चाहिएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार इस तरह के पुलिस वैलफेयर से संबंधित पुलिस शहीद फाऊंडेशन का गठन किया गया है, वह काबिल-ए- तारीफ है। उन्होंने कहा कि फाऊंडेशन में ऐसे फंड की व्यवस्था की जाए कि अगर कोई पुलिस कर्मचारी शहीद होता है, तो उसके परिवार को तुरंत आर्थिक सहायता दी जा सके। उन्होंने कहा कि शहीद हमारे लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं और हम सभी का दायित्व है कि हम शहीदों का सम्मान करें।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सुरूचि अतरेजा ने उपस्थित पुलिस कर्मचारियों और उनके परिवारों को संबोधित करते हुए कहा कि जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण आप लोगों की सेवा के लिए तत्पर है। उन्होंने कहा कि सक्सेशन सर्टिफिकेट और मुआवजा राशि दिलवाने में शहीदों के परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि किसी भी शहीद के परिवार को कोई भी कानूनी सलाह व सहायता की आवश्यकता है, तो वह उनके कार्यालय में आ सकता है, उन्हें नि:शुल्क कानूनी सहायता दी जाएगी।
मंच का सफल संचालन करते हुए पुलिस शहीद फाऊंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट आर एल शर्मा ने कहा कि पुलिस वेलफेयर के कार्य वे वर्ष 2004 से करते आ रहे हैं और अब पुलिस वेलफेयर से संबंधित कार्यों को बड़ा रूप देने के उद्देश्य से शहर के प्रबुद्ध व्यक्तियों के साथ मिलकर इस फाऊंडेशन का गठन पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर किया गया है। उन्होंने बताया कि 21 अक्तुबर 1959 को लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में डीएसपी कर्मसिंह और 20 सिपाहियों की टुकड़ी पर चीन की सेना में हमला बोल दिया था, जिसके जवाब में सभी जवानों ने अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान देकर देश की रक्षा की थी। उसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने हर साल 21 अक्तुबर को पुलिस शहीदी दिवस मनाने का फैसला किया था।
पुलिस शहीद फाऊंडेशन के उद्देश्य
पुलिस शहीदों के परिवारों के प्रति वैलफेयर का कार्य करना है। इसके तहत पुलिस शहीदों की बेटियों के विवाह में आर्थिक सहायता प्रदान करना, पुलिस शहीदों के बच्चों को प्राईवेट या सरकारी रोजगार दिलवाने में सहायता करना, सभी पुलिस कर्मचारियों के परिवारों को समय-समय पर स्वास्थ्य एवं कानूनी सहायता नि:शुल्क उपलब्ध करवाना।
पुलिस शहीदी दिवस के अवसर पर पुलिस शहीदों के परिवारों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित करना, परिवारों को सरकारी योजनाओं के तहत आवास/प्लॉट आवंटन आरक्षित करवाने में सहायता करना तथा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देना है।
क पुलिस शहीदों और मौजूदा एवं रिटायर्ड पुलिस कर्मचारियों के बेरोजगार बच्चों के लिए रोजगार मेले आयोजित करवाना, आमजन के दिलों में देशभक्ति एवं पुलिस के प्रति विश्वास बहाली का कार्य करना तथा आमजन को अपराधों के खिलाफ जागरूक करना शामिल है।
क पुलिस शहीद फाऊंडेशन पुलिस के साथ मिलकर कार्य करेगा, ताकि पुलिस का सेवा-सुरक्षा-सहयोग का नारा सार्थक हो सके और पुलिस और जनता के बीच समन्वय स्थापित करने हेतु समय-समय पर पुलिस-पब्लिक मीटिंग भी आयोजित की जाएंगी।
पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बच्चों को परीक्षाओं में बेहतर अंक प्राप्त करने पर सार्वजनिक रूप से सम्मानित करना तथा सेवानिवृत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की सलाहकार समिति का गठन करना फाऊंडेशन के उद्देश्यों में शामिल है।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस कर्मचारियों एवं उनके परिवारों हेतु जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण गुरूग्राम के सहयोग से नि:शुल्क कानूनी सहायता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 120 लोगों ने नि:शुल्क कानूनी सहायता और सलाह लेकर शिविर का लाभ उठाया। इसके साथ-साथ ही पुलिस कर्मचारियों एवं उनके परिवारों के लिए आर्टिमिस अस्पताल के सहयोग से नि:शुल्क हैल्थ चैकअप कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें इसीजी, बीपी, सूगर, इकोग्राफी, अस्थमा और ह्रदय रोगों की जांच नि:शुल्क की गई, जिसका लगभग 300 लोगों ने लाभ उठाया। मैडीकल कैंप को सफल बनाने में आर्टिमिस के जीएम फरीद खान, डा. हिमांशु गर्ग व टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस अवसर पर पुलिस शहीद फाऊंडेशन, आर्टिमिस अस्पताल और ब्लू एयर के सहयोग से गुरूग्राम पुलिस को 5000 हाई सिक्योरिटी मास्क भी उपलब्ध करवाए गए, ताकि गुरूग्राम ट्रैफिक पुलिस के जवान स्वस्थ रहकर अपने कत्र्तव्यों का पालन कर सकें।
इससे पूर्व, मुख्य वक्ता जिला एवं सत्र न्यायधीश हरनाम सिंह ठाकूर, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायधीश बलवंत सिंह, चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट सुरूचि अतरेजा, फाऊंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट आर एल शर्मा व अन्य सभी अतिथियों ने पुलिस लाईन स्थित शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धासुमन भी अर्पित किए। फाऊंडेशन द्वारा पुलिस कर्मचारियों के उन 15 बच्चों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने 90 प्रतिशत से अधिक अंक आठवीं या दसवीं कक्षा में प्राप्त किए हैं। इसके साथ-साथ 12 पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों को भी बेहतरीन कार्य करने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डीसीपी ट्रैफिक सिमरदीप सिंह, डीसीपी मुख्यालय दीपक गहलावत, डीसीपी वैस्ट दीपक सहारण, डीसीपी साऊथ अशोक बख्शी के साथ-साथ सभी सहायक पुलिस आयुक्त व थाना प्रभारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर कार्यक्रम में नेचर इंटरनेशनल के अध्यक्ष शरद गोयल, वरिष्ठ उद्योगपति जेएन मंगला, फाउंडेशन के उपाध्यक्ष मोहम्मद हारून, महासचिव दीपक मैनी, सचिव अमन गुप्ता, कोषाध्यक्ष राकेश बत्रा, चन्द्रदत्त जोशी, एस एस थिरीयान, प्रवीण मखीजा, भूपेन्द्र सिंह, गुंजन मेहता, राजकुमार त्यागी, आदित्य राज, अरविन्द मित्तल, जीपी गुप्ता, कानूनी सलाहकार हरकेश शर्मा, हुकम चन्द शर्मा, महेन्द्र अरोड़ा, सुजान सिंह, उमेश शर्मा, मानसिंह राघव, जगतसिंह सहित पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।