मंगलवार रात को नहर पार के हनुमान नगर में हुई वारदात
फरीदाबाद : नहर पार इलाके के हनुमान नगर में मंगलवार देर रात को कैंटर ड्राइवर के भतीजे ने मालिक के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद आरोपी फरार हो गए। इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर एसीपी, क्राइम ब्रांच की टीम, फोरेेंसिक लैब टीम सहित पुलिस अधिकारी पहुंच गए। शव को पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए बीके अस्पताल भेजने के बाद जांच शुरू कर दी है।
मृतक पब्लिक हेल्थ विभाग में था पंप ऑपरेटर
थाना भुपानी पुलिस के अनुसार सिढौला गांव निवासी 25 वर्षीय मनजीत सिंह प्रदेश सरकार के पब्लिक हेल्थ विभाग में पंप ऑपरेटर लगा हुआ था। इस दिनों उसकी डयूटी सेक्टर 10 में बने विभाग के कार्यालय में चल रही है। मंगलवार को भी मनजीत सिंह डयूटी पर आया हुआ था। शाम को छुटटी होने के बाद वह हनुमान नगर स्थित अपने मकान पर आ गया था। मनजीत ने हनुमान नगर में किराए के लिए कुछ कमरे बनाए हुए हैं। बताया जाता है कि मनजीत वहां पर किराया अादि लेेने गया था।
हत्या के कारणों का नहीं खुलासा
मनजीत की मां शिक्षा देवी का कहना है कि रात को उसका बेटा मकान की छत पर जाकर बैठ गया था। तभी वहां पर अमर सिंह का भतीजा रिंकू आ गया। भारत कॉलोनी में रहने वाला अमर सिंह मनजीत के कैंटर पर ड्राइवर लगा हुआ है। इस वजह से रिंकू का वहां पर आना जाना है। शिक्षा देवी का कहना है रिंकू पर मनजीत के पास जाकर बैठ गया। कुछ देर तक दोनों आपस में बात करते रहे। आरोप है कि तभी रिंकू ने मनजीत के सिर में गोली मार दी।
गोली चलने की अावाज सुनकर शिक्षा देवी उपर पहुंची तो मनजीत लहुलुहान हालत में पड़ा हुआ था। इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी रिंकू वहां से फरार हो गए। इस मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पाकर एसीपी यशपाल खटाना , क्राइम ब्रांच की टीम, एसएचओ पंकज कुमार व फोरेंसिक लैब की टीम पहुंच गई। पुलिस ने शव को बीके अस्पताल में भेज दिया गया।
पुलिस ने मृतक की मां के बयान पर दर्ज किया केस
जांच अधिकारी एएसआई रघुवीर सिंह ने बताया कि इस मामले में मृतक मनजीत की मां शिक्षा देवी के बयान पर रिंकू के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। रिंकू मूलरूप से यूपी के मथ़ुरा स्थित बझे़डा गांव का रहने वाला है। हत्या स्थल से शराब की बाेतल व खाली गिलास मिले हैं। आशंका है कि शराब पीने के दौरान दोनों के बीच कहासुनी हुई होगी।
अकेला बेटा था मनजीत
मनजीत के मामा मनेंद्र सिंह निवासी ताजुपुर ने बताया कि उसके बहनाई व मनजीत के पिता श्यौबीर की करीब 15 साल पहले अचानक मौत हो गई थी। श्याैबीर पब्लिक हेल्थ विभाग में नौकरी करता था। मनजीत अपने परिवार में इकलौता बेटा था। जिसे श्यौबीर के स्थान पर ही नौकरी मिल गई थी। नौकरी के साथ साथ उसने कैंटर भी लिया हुआ है। कैंटर पर अमर सिंह नामक व्यक्ति को ड्राइवर रखा हुआ था। इस घटना के बाद से शिक्षा देवी के घर का चिराग भी बुझ गया है।