ग्लोबल एंटरप्रेन्योर सम्मिट 2017 की मेजबानी करेगा भारत

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हैदराबाद में 28 से 30 नवंबर तक नीति आयोग करेगा आयोजित 

न्यू स्टार्ट अप और भारतीय स्टार्ट अप करेंगे संवाद 

उद्योग व व्यवसाय की नई संभावनाओं की होगी खोज 

प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति ट्रंप की सलाहकार, इवांका ट्रंप करेंगे उद्घाटन 

प्रमुख उद्योगों के सीईओ सहित 1600 प्रतिभागी भाग लेंगे

 दिल्ली ; भारत सरकार और अमेरिका के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि मंडल ने आगामी 28 से 30 नवंबर को हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र, हैदराबाद, में आयोजित होने वाले वैश्विक उद्यमशीलता सम्मेलन 2017 ( Global Entrepreneurship Summit 2017) की योजना बनाने के लिए नीति आयोग में मुलाकात की । इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी और अमेरिकी प्रतिनिधि मंडल की प्रमुख तथा राष्ट्रपति ट्रंप की सलाहकार, इवांका ट्रंप द्वारा किया जाएगा । नीति आयोग इस सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने बताया कि यह भारतीय स्टार्टअप और न्यू स्टार्ट अप के  लिए अद्वितीय अवसर होगा जिसमें वह विश्व के प्रतिभावान उद्यमियों के साथ संवाद और नेटवर्क स्थापित कर सकेंगे । उन्होंने हैदराबाद में इस सम्मेलन के आयोजन के लिए तेलंगाना सरकार के समर्थन और सहयोग को स्वीकार किया और कहा कि विश्व की प्राचीनतम सभ्यता भारत विश्व भर की सभ्यताओं का जीईएस 2017 में स्वागत करता है।

जीईएस विश्वभर के उभरते उद्यमियों , निवेशकों और व्यवसायिक प्रमुखों का उत्कृष्ट वार्षिक सम्मेलन है । नेटवर्किंग, मेंटरिंग और कार्यशालाओं के माध्यम से, जी ई एस उद्यमियों को उनके विचार प्रदान करने, भागीदारी का निर्माण करने, सुरक्षित वित्तपोषण और नवाचारी वस्तुओं एवं सेवाओं का निर्माण करने के लिए सशक्त बनाता है, जिससे समाज का रूप परिवर्तन किया जा सके। इस वर्ष , इस सम्मेलन का मुख्य केंद्र महिला उद्यमी , और उद्यमिता के क्षेत्र में महिलाओं द्वारा लाई गई अभूतपूर्व क्षमता होगा।

जीईएस 2017 न्यू स्टार्ट अप विशेष रुप से महिलाओं को उनके विचारों को अगले स्तर पर ले जाने के लिए सशक्त बनाने का वातावरण निर्माण करेगा । आर्थिक विकास और समृद्धता में महिलाएं बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है लेकिन विकासशील और विकसित दोनों देशों में महिलाएं व्यापार निर्माण में बहुत अधिक बाधाओं का सामना भी करती हैं। महिलाओं की उद्यमशीलता भावना का इसकी ताकत और विविधता के साथ मनाने के लिए इस वर्ष का मुख्य थीम वुमन फर्स्ट, प्रोस्पेरिटी फॉर ऑल होगा।

जीईएस 2017 में उद्यमियों और निवेशकों, ज्ञान आधारित प्रमुख उद्योगों के सीईओ सहित 1600 प्रतिभागी भाग लेंगे। यह विश्वभर की विविध पृष्ठभूमियों से उधमी प्रतिभाओं का प्रतिनिधित्व होगा। इस सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिभागी 160 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले वास्तविक रुप से वैश्विक होंगे, क्योंकि इस सम्मेलन में विश्व के प्रत्येक क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे। उद्यमी विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों, उद्योगों, व्यवसाय के आकार और स्तर के प्रतिनिधि शामिल होंगे। उद्यमशीलता को समर्थन देने वाले संस्थाओं या संगठनों के निवेशकों और प्रतिनिधियों को निवेश, नेटवर्किंग और मेंटरिंग में सहायक बनाने के लिए चुना जाएगा । इस सम्मेलन में युवा एवं महिला उद्यमियों को सशक्त करने पर विशेष जोर दिया जाएगा और इसमें यह भी जोर दिया जाएगा कि महिलाएं उद्यमिता के माध्यम से समुदायों को अधिक समृद्ध और सुरक्षित कैसे बनाएं ।

नीति आयोग भारत सरकार के लिए इस सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने बताया कि यह भारतीय स्टार्टअप और न्यू स्टार्ट अप के  लिए अद्वितीय अवसर होगा जिसमें वह विश्व के प्रतिभावान उद्यमियों के साथ संवाद और नेटवर्क स्थापित कर सकेंगे । उन्होंने हैदराबाद में इस सम्मेलन के आयोजन के लिए तेलंगाना सरकार के समर्थन और सहयोग को स्वीकार किया और कहा कि विश्व की प्राचीनतम सभ्यता भारत विश्व भर की सभ्यताओं का जीईएस 2017 में स्वागत करता है।

हमें स्वास्थ्य देखभाल सुपुर्दगी, शिक्षा , ऊर्जा, स्वच्छ पेयजल और कृषि के क्षेत्र में बढ़ती हुई समस्याओं के समाधान के लिए तथा अन्य लोगों के लाभ के लिए हमें प्रौद्योगिकी को प्राप्त करना होगा। इसके लिए नवाचार और उद्यमशीलता निर्णायक भूमिका निभाएंगे । मुझे विश्वास है कि उद्यमियों के लिए यह एक अद्वितीय अवसर होगा जिसमें वह वैश्विक उद्यमियों के साथ संवाद स्थापित कर सकते हैं ।

नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल, द व्हाइट हाउस के वरिष्ठ निदेशक जेनिफर अरंगिओं ने कहा कि अमेरिका इस वर्ष की जीईएस के लिए भारत के साथ भागीदार बनने के लिए गौरवान्वित महसूस कर रहा है। वूमेन फर्स्ट, प्रायोरिटी फॉर ऑल के थीम के अंतर्गत एकजुट होकर यह सम्मेलन ट्रंप प्रशासन की उस प्रतिबद्धता को रेखांकित करेगा जिसमें महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। भारत में जीईएस का आयोजन दोनों देशों के बीच विस्तृत एवं दूरगामी भागीदारी का परिचायक है। हम अपने सह-मेजबान देश की भारत सरकार को उसके सहयोग, ऊर्जा और अतिथि सत्कार के लिए धन्यवाद अर्पित करते हैं और एक ऐसे सम्मेलन की आशा करते हैं जो अमेरिका के सफल उद्यमियों और निवेशकों को विश्व के अपने समकक्षों के साथ उच्च सकारात्मक प्रभाव से जोड़ेगा।

उद्यमियों द्वारा विकसित नवाचारों ने नए रोजगार का निर्माण करके, उत्पादकता बढ़ाकर और हर जगह लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करके विश्व की अर्थव्यवस्थाओं का रूप परिवर्तित कर दिया है। इस सम्मेलन का मुख्य केंद्र बिंदु चार क्षेत्र पर आधारित होगा-: यह चार क्षेत्र हैं ऊर्जा एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर , स्वास्थ्य देखभाल एवं जीव विज्ञान, वित्तीय प्रौद्योगिकी और डिजिटल अर्थव्यवस्था और मीडिया एवं मनोरंजन क्षेत्र ।

जीईएस के एजेंडे में ब्रेकआउट सेशन, मास्टर क्लास और कार्यशालाएं शामिल हैं। जीई एस 2017 के प्रतिभागियों के अन्य प्रतिभागियों के साथ संवाद के लिए अवसरों को बढ़ाने के लिए तीन नेटवर्किंग सत्रों की योजना बनाई गई है। इस सम्मेलन में मेरे ब्रेकआउट सत्र होंगे जिसमें पैनलिस्ट मुख्य विषयों, नवाचारी उद्योगों और उद्यमशीलता के अन्य आयामों पर चर्चा करेंगे जो कि जीईएस 2017 में रेखांकित किए जा रहे हैं । मास्टर क्लासेज की अवधि दीर्घ होगी और इनका मुख्य केंद्र बिंदु निर्धारित विषय पर गहराई से चर्चा करना होगा । कार्यशालाओं में पैनल विशेषज्ञ और दर्शकों गण के बीच में किसी एक चयनित विषय पर संवाद आत्मक बातचीत के लिए आमंत्रित किया जाएगा।

नीति आयोग और अमेरिका दूतावास विभिन्न हितधारकों का ध्यान आकर्षित करने और उनमें उत्साह उत्पन्न करने के लिए विभिन्न एजेंसियों के सहयोग से रोड टू जी ईएस कार्यक्रमों की श्रंखला की योजना बना रहे हैं ।

इस सम्मेलन के अंश के रूप में, भारत के औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग के सहयोग में भारत की नवाचारी बुद्धिमता की वर्चुअल प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। इस सम्मेलन में भारत की विरासत, सामाजिक उद्यमशीलता और शिल्पकला को ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से प्रदर्शित करने का भी प्रस्ताव है।

अधिक जानकारी के लिए कृपया www.ges2017.in और www.ges2017.org देखें।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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