कांग्रेसियों ने मनाया पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी का 73 वां जन्मदिवस

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मेड़िकल कालेज में मरीजों का हाल चाल जाना और  फल बांटे

राजीव ने 21वीं सदी के भारत की शुरूआत की थी : पूर्व मंत्री आफताब अहमद

 यूनुस अलवी

 कांग्रेसियों ने मनाया पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी का 73 वां जन्मदिवस 2मेवात:हरियाणा कांग्रेस उपाध्यक्ष व पूर्व मंत्री चौधरी आफताब अहमद की अध्यक्षता में रविवार को जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय नूंह में देश के आईटी युग के जनक पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की 73 वीं जन्म जयंती मनाई इस मौके पर एक समारोह का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद ने की। इस मौके पर राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी गई और गांधी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। इस मौके पर गोरखपुर ट्रेन हादसे व हिमाचल में भूस्खलन हादसे में मारे गए लोगों के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की गई। वहीं कांग्रेसियो ने पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद की अगुवाई में मेवात के नलहड स्थित शहीद हसन खां मेडिकल कॉलेज जाकर मरीजों का हाल-चाल जाना और सभी मरीजों को फल वितरित किऐ गऐ।
 
    इस मौके पर पूर्व मंत्री व प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष आफताब अहमद ने कहा कि राजीव गांधी का नाम सुनहरे पन्नों में दर्ज है। प्रधानमंत्री रहते हुऐ राजीव गांधी ने जितनी योजना शुरू की वे दूरगामी थी। आज राजीव की योजनाओं का देशकी जनता फायदा उठा रही है। उन्होने  कहा कि आज देश के गरीब-अमीर के पास जो मोबाईल फोन है यह राजीव गांव की ही देन है। उन्होने कहा 1986 में राजीव गांधी ने देश भर में उच्च शिक्षा कार्यक्रमों के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए एक राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा की थी। देश में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी क्रांति के जनक वो ही थे। ग्रामीण भारत में शिक्षा की बेहतरी के लिए जवाहर नवोदय विद्यालयों की श्रृंखला स्थापित करने का काम किया, सूचना तकनीक और टेलीकॉम के व्यापक प्रसार पर उनके जोर ने देश में सूचना क्रांति का सूत्रपात किया तथा संचार-व्यवस्था गांवों तक पहुंचनी शुरू हुई। 
 
   पंचायती राज अधिनियम के द्वारा राजीव गांधी सरकार ने पंचायतों को महत्वपूर्ण वित्तीय और राजनीतिक अधिकार देकर सत्ता के विकेंद्रीकरण तथा ग्रामीण प्रशासन में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल किया था। वर्ष 1986 में मिजोरम में लालडेंगा के नेतृत्व में दशकों से चल रहे अलगाववादी हिंसक आंदोलन को मिजोरम समझौते के द्वारा खत्म कर राज्य में लोकतांत्रिक व्यवस्था की बहाली राजीव गांधी की बड़ी सफलता  थी। युवाओं को 18 वर्ष की आयु में वोट का अधिकार एक एतिहासिक कदम था। गांधी परिवार ने देश के लिए काफी बलिदान दिया है जिसे भुलाया नहीं जा सकता है।
 
 वहींआफताब अहमद ने हसन खां मेडिकल कॉलेज जाकर मरीजों का हालचाल पूछा और उनको फल वितरित किऐ। आफताब ने कहा कि  उनकी सरकार ने मेवात के लोगों की सेवा के लिए ये मेड़िकल कालेज दिया था। उन्होंने मेड़िकल कालेज की मौजूदा वयवस्था से असंतोष जताते हुए प्रदेश की खट्टर सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहां मौजूद कालेज प्रशासन को पूर्व मंत्री ने कहा कि वो मरीजों की देखभाल करने में कोई कोताही नहीं बरतें। उन्होंने सभी मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
 
      इस दौरान हरियाणा कांग्रेस के सदस्य व पूर्व मंत्री के अनुज चौधरी महताब अहमद  के साथ सहाबुद्दीन सरपंच रहना, समसु ठेकेदार रहना, रहमत सरपंच टपकन, जसमाल टपकन, रमजान टपकन, सरीफ ब्लॉक अध्यक्ष अड़बर, अशरफ सरपंच घासेड़ा, जुगल अल्दोका, जक्की सरपंच सलंबा, तुफैल जैलदार सलम्बा, वहीद सलम्बा, चो0 सपात मेवली, आसु पार्षद रेवासन, फैतली सरपंच सत्पुतियाका, नसीम चंदेनी, नईम इक़बाल फ़िरोज़पुर नमक, ज़ाकिर सरपंच फ़िरोज़पुर नमक, इस्लाम नम्बरदार रेवासन, अख्तर चंदेनी, मुबारिक सरपंच टाई, सोराब सरपंच मालब, समीम चंदेनी, शाहिद पटेरिया, वहीद बड़लाकी, फारूक बड़लाकी, उस्मान खानपुर, जन्ना आकेड़ा, रफीक खेड़ी, मीना रेवासन, जमील रेवासन, रहमान मेवली, शहज़ाद रेवासन, लीडर सलाहेड़ी, शोकत कुरैशी नूह, हीरालाल नूह, राजू पार्षद नूह, उस्मान सत्पुतियाक, इक्का नूह, मंसूर वकील नूह, फारुख बड़का, अरशद चेयरमैन टाई, मदन तंवर पार्षद नूह, शेरू पडली, तौफीक पल्ला, शाहीद चंदेनी, साकिर नंगली, लीलू हीरापुरिया, समशुदिन पल्ला, भूरी नूह, गनी रिठौड़ा, सब्बीर खेड़ी, नवाब नूह, दीवान खान तावडू, आसिफ कुरैशी नूह, फौजी सरपंच राऊका, गूंगा नावाबगड़, दीनू छाबड़ा, रहमान कौराली, आबिद नम्बरदार कौराली, धोना सरपंच रोजका, अली खान रोजका, हाजी भूरा रोजका, अली मोहम्मद प्रधान रोजका आदि हज़ारो नेता व् कार्यकर्ता शामिल रहे।

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