रेल हादसे की जिम्मेदारी सबूत के आधार पर तय की जायेगी : सुरेश प्रभु

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आज शाम तक तय करेंगे जिम्मेदारी 

मुजफ्फरनगर : मुजफ्फरनगर के पास खतौली में उत्कल एक्सप्रेस (18477) के 14 कोच शनिवार को पटरी से उतरने से हुए भीषण रेल हादसे में मरने वालों की संख्‍या बढ़कर 24 हो गई है जबकि घायलों की संख्‍या 156 बतायी जा रही है. बताया गया है कि सभी घायलों को मुजफ्फरनगर और मेरठ के अस्‍पतालों में भर्ती कराया गया है. कुछ घायलों को प्राइवेट अस्‍पतालों में भी भर्ती कराया गया है. दूसरी तरफ रेलवे ट्रेक को क्लियर करने का काम रविवार को जारी है. इस मामले में केन्द्रीय रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि सबूत के आधार पर इस हादसे की जिम्‍मेदारी तय की जायेगी . इसमें लापरवाही बरतने वालों को किसी भी कीमत पर बख्‍शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा है कि रेलवे प्रशासन की प्राथमिकता हादसे में घायल लोगों का बेहतर इलाज मुहैया कराने की है.

 

सुरेश प्रभु ने इस बात पर बल दिया है की सेंट्रल रेलवे बोर्ड को इस हादसे की जिम्‍मेदारी रविवार शाम तक तय करनी चाहिए. इसमें किसी भी तरह की ढिलाई नहीं होनी चाहिए. सभी घायलों को अच्‍छा इलाज मुहैया कराने व रेलवे ट्रेक जल्‍द सुचारू रूप से शुरू करने का निर्देश दिया है . रेलवे डिवीजनल मैनेजर आरएन सिंह ने इस ट्रेक को फि‍र से चालू करने के सवाल पर कहा हमारा प्रयास है कि रात 9 बजे तक ये ट्रेक फि‍र से चालू हो जाएगे .

 

केंद्र में बीजेपी सरकार के आने के बाद से यूपी में ट्रेन और रेलवे ट्रैक अराजक तत्वों के निशाने पर रहे हैं. रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार देखने को मिली हैं. कुछ दिन पहले ही बरेली के पास रेलवे ट्रैक से 74 पिन निकाली गईं, लेकिन जांच और सुरक्षा एजेंसियों ने इन्हें आपसी रंजिश में की गई साजिश बताया. मुजफ्फरनगर हादसे की जांच के लिए एटीएस की एक टीम खतौली पहुंची है. पुखरायां में बीते वर्ष हुए ट्रेन हादसे को भी आतंकी साजिश बताया गया था. हालांकि, एनआईए की जांच में यह साबित नहीं हुआ. हाल ही में अमेठी में अकालतख्त एक्सप्रेस में देसी बम मिलने के मामले में एक सप्ताह से ज्यादा बीतने के बाद भी पुलिस और यूपी एटीएस कोई सुराग नहीं लगा पाई है.

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