सूर्य देव नखरौला ने 101 पौधारोपण व उसके संरक्षण का लिया संकल्प

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रक्षाबंधन पर्व पर पीपल का पेड़ लगाया, 15 अगस्त तक 101 पौधे लागायेंगे 

आप नेता, ग्रामीणों को करते हैं पौधरोपण के लिए प्रोत्साहित 

धार्मिक व सामाजिक जिम्मेदारी का लोगों को कराते हैं एहसास  

गुरुग्राम : रक्षाबंधन के पर्व पर सभी बहने अपने – अपने भाइयों को राखी बांधती है। मेरी बहन सुमित्रा ने भी मुझे  रक्षाबंधन के पावन पर्व पर राखी (रक्षा सूत्र) बांधकर मेरी सुरक्षा हेतु कामना करते हुए मुझे यह सुरक्षा रूपी कवच दिया है। इस दिन मैंने भी न केवल अपनी बहन बल्कि सभी बहनों, भाइयों व समस्त प्राणियों की सुरक्षा/रक्षा हेतु रक्षाबंधन पर्व पर पीपल के वृक्ष का रोपण किया. इसके साथ ही मैंने 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) तक 101 पौधारोपण व उनका संरक्षण करने का संकल्प भी लिया है।

यह कहना है ग्राम नखरौला, मानेसर निवासी व आम आदमी पार्टी के गुरुग्राम जिला अध्यक्ष सूर्य देव नखरौला का. उन्होंने कहा कि आज हमारी जरूरतों के लिए भवन निर्माण व अन्य कार्यों के लिए पेड़ पौधे बड़े पैमाने पर काटे जा रहे हैं. इससे हरियाणा प्रदेश में जंगलों का क्षेत्रफल लगातार कम होता जा रहा है. इसकी वजह से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है, शहर और गाँव दोनों क्षेत्रों में प्रदुषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. ग्लोबल वार्मिंग का कुप्रभाव हमारे देश में दिखने लगा है. यह स्थिति जन जीवन के लिए खतरनाक हो गया है.

उन्होंने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि पर्यावरण के संतुलन का कारगर उपाय किया जाए और इसके लिए  पौधारोपण बहुत जरूरी है।

आम आदमी पार्टी के गुरुग्राम जिला अध्यक्ष सूर्य देव ने जिले के सभी गांवों में घर घर जाकर लोगों को पौधारोपण के लिए प्रेरित करने का बीड़ा उठाया है. वे प्रतिदिन गरामीन क्षेत्र का दौरा कर लोगों को जाहित के इस अभियान में सहभागी बनने के लिए समझाते हैं . वे कहते हैं कि पौधारोपण के अभियान को अनादोलन का रूप देना भी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है. यह धार्मिक और सामाजिक दोनों दृष्टि से पुण्य का कार्य है इसलिये हम सभी व्यक्तियों को अपने जीवन काल में हर वर्ष वर्षा ऋतु में कम से कम एक वृक्ष का रोपण व उसकी सुरक्षा करने का संकल्प जरूर लेना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के पौराणिक ग्रन्थ बताते हैं कि पेड़-पौधे लगाने से हमारे जीवन में सकारात्मकता आती है, हमारे विचार सुन्दर होते हैं और इन पुण्य कर्मों के परिणाम स्वरुप ही हमारे वर्त्तमान जीवन की व अगले जीवन की गति भी सुधरती है। इसलिए हर व्यक्ति यह संकल्प ले कि वे अपने जीवन काल में प्रत्येक वर्ष, वर्षा ऋतु में एक पौधा अवश्य लगायेंगे व लगाये हुए पौधे का संरक्षण ठीक उसी प्रकार से करेंगे जैसे हम सभी अपने – अपने बच्चों का पालन पोषण व संरक्षण करते हैं।

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