Font Size
5 अगस्त के बाद प्रदेश में छात्रसंघ चुनावों की बहाली के लिए करेंगे आंदोलन
यूनुस अलवी
मेवात: नूंह। इनेलो की छात्र इकाई इंडियन नेशनल स्टूडेंटस आर्गेनाइजेशन(इनसो) का स्थापना दिवस 5 अगस्त को सोनीपत में मनाया जाएगा। जिसमें हर बार की तरह मेवात के छात्र कार्यकर्ता ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। 5 अगस्त के बाद प्रदेश में छात्रसंघ चुनावों की बहाली के लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसके लिए कार्यकर्ता तैयार रहें। ये बातें इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला ने मंगलवार को नूंह की अनाजमंड़ी स्थित इनेलो कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को न्यौता देते हुए कही। इस मौके पर उनके साथ इनेलो जिलाध्यक्ष बदरूद्दीन, नूंह हलकाध्यक्ष योगेश शर्मा, जानमोहम्मद पुन्हाना, युवा नेता एडवोकेट ताहिर हुसैन, युवा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य नासिर हुसैन, हितेश देशवाल, एडवोकेट जावेद खान पुन्हाना, साकिर इनसो जिलाध्यक्ष, आस मोहम्मद सालाहेड़ी, गणेशदास अरोड़ा, रणजीत नंबरदार, अकबर अली चंदेनी, समय किरा सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में छात्रसंघ चुनावों की एक अहम भूमिका रही है। यह एजेंड़ा शुरू से ही इनसो की नीतियों में शामिल हैं। जिसे लागू कराने के लिए इनसो लगातार संघर्षरत है। पिछले वर्ष सरकार ने छात्रसंघ चुनाव कराने की घोषणा की थी, लेकिन फिर मुकर गई। 5 अगस्त को इनसो के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद यदि छात्रसंघ चुनाव लागू नहीं किए गए तो इनसो बड़ा आंदोलन करेगी, इसके लिए वह रोड़ पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेगी।
अनेक मुद्दों पर संघर्ष कर रहे: चौटाला ने कहा कि सरकार ने नियम बनाया था कि जो विद्यार्थी बीच में दो वर्ष के लिए पढ़ाई छोड़ देगा, उसे कहीं दाखिला नहीं मिलेगा। इस मुद्दे को इनसो ने उठाया और सांसद दुष्यंत चौटाला ने एचआरडी मिनिस्ट्री से मिलकर इस नियम को समाप्त कराया। देहात के बच्चों को कालेजों में दाखिले के समय मिलने वाले 5 नंबर की छूट को फिर से बहाल कराने, एनसीसी व एनएसएस से मिलने वाली छूट को बहाल कराने, लड़कियों के लिए स्कूल, कालेज जाने के लिए अलग से बसें लगवाने आदि मुद्दों के लिए इनसो लड़ाई लड़ रही है। लेकिन उसकी प्राथमिकता प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव बहाल कराने की है जिसके लिए वे हर संघर्ष के लिए तैयार हैं।