मैं पाकिस्तान को चुनौती देता हूँ : नरेन्द्र मोदी

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पाकिस्तान क्यों आतंकवादी एक्सपोर्ट करता है ?

कोझिकोड : प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि मैं पाकिस्तान की आवाम को चुनौती देता हूँ. उन्होंने कहा कि मैं उनसे कहना चाहता हूँ कि आओ हमें आपकी चुनौती स्वीकार है. हम चुनौती देते हैं कि पहले अपने देश से कौन गरीबी दूर करता है. वहां के युवाओं को आह्वान का करता हूँ कि आओ हम लड़ाई लड़ते हैं कौन पहले बेरोजगारी दूर करता है. उन्हें याद दिलाना चाहता हूँ कि वह अपनी सरकार से पूछे कि भारत सॉफ्टवेर एक्सपोर्ट करता है और पाकिस्तान क्यों आतंकवादी एक्सपोर्ट करता है ? पीएम ने स्पस्ट शब्दों में कहा कि पाक के हुक्मरान यह समझ लें कि हमारे १८ जवानों का बलिदान बेकार नहीं जायेगा. हम पाक को दुनिया में अलग-थलग करने में कामयाब होंगे. हम उन्हें इस संसार में अकेला जीने को मजबूर कर देंगे. हमारा प्रयास जारी है और हम ऐसा करने में सफल होंगे.

अपने आका के द्वारा लिखे गए भाषण पढ़ते हैं !

पीएम मोदी शनिवार को कोझिकोड में भाजपा की राष्ट्रीय परिषद् की बैठक के बाद एक रैली को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हम इस मंच से पाकिस्तान की जनता से सीधी बात करना चाहते हैं. उनसे कहना चाहते है कि आप अपने देश के हुक्मरानों से पूछो कि 1947 से पूर्व आपके पूर्वज भी तो इसी धरती को प्रणाम करते थे. मोदी ने एक स्टेट्समैन की तरह पाकिस्तानी सरकार को कटघरे में यह कहते हुए खड़ा किया कि वे अपने आका के द्वारा लिखे गए भाषण पढ़ते हैं. इससे उनका भला नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि एशिया महादेश में केवल एक देश के कारण सभी परेशान हैं.

पूर्वी पाकिस्तान भी उनके पास था उसे क्यों नहीं संभाल पाए ?

उन्होंने इस बात पर बल दिया कि वहां कि जनता को उनसे पूछना चाहिए कि आजादी के बाद पूर्वी पाकिस्तान भी उनके पास था उसे क्यों नहीं संभाल पाए. उनके पास पीओके, गिलगित, बल्तिस्तान और बलूचिस्तान भी है उसे वो क्यों नहीं संभाल पा रहे हैं. यहाँ यहाँ तक कि सिंध भी उनके पास है लेकिन वहां के लोग भी आंदोलित हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के शाशक कश्मीर की बात करके वहां की जनता को भ्रमित करना चाहते हैं.

१८ जवानों का बलिदान बेकार नहीं जायेगा

उन्होंने देश कि जनता से वायदा किया कि उरी में १८ जवानों का बलिदान बेकार नहीं जायेगा.उनका इशारा स्पष्ट था कि वे किसी भी तरह के हमले के लिए तैयार हैं. साथ ही उनका कहना था कि उरी हमले से पहले 17 बार और पकिस्त्न्यों कि ओर से इस तरह की कोशिश गयी थी लेकिन हमारी सेना, अर्ध सैनिक बल और जम्मू कश्किर पुलिस ने इसे नाकामयाब बनाया.

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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